स्मृति वन, पर्यटन विभाग की अनूठी पहल

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देहरादून,  केदारनाथ आपदा की बरसी पर रविवार को स्मृति वन एक अनूठी योजना की पर्यटन विभाग ने गढ़वाल मंडल के छह जिलों में शुरुआत की है। सभी जिलों में अधिकारियों, स्थानीय समुदायों, विधायकों ने भाग लिया। रूद्रप्रयाग जिले में कमिश्नर गढवाल बीवीआरसी पुरूषोत्तम के साथ जिलाधिकारी द्वारा पौधा रोपित किया गया।
कमिश्नर गढवाल ने बताया कि, “योजना के लिए सात जिलों में जमीन का बाकायदा बंदोबस्त किया गया हैं। चमोली-भूमि वन पंचायत दिगोली, ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 57 निकट बाटूला, क्षेत्रफल एक हेक्टेयर, देहरादून-भूमि ऋषिकेश-हरिद्वार मार्ग बाईपास, नटराज चैक से आरटीओ के दायीं ओर लाल पानी कक्ष नंबर दो, क्षेत्रफल दो हेक्टेयर, हरिद्वार-भूमि भारतीय वन प्रभाग के अंतर्गत दक्ष दीप गंगा वाटिका, क्षेत्रफल दो हेक्टेयर, उत्तरकाशी-भूमि द्वारी हार्टीकल्चर फार्म, भटवारी चैक, क्षेत्रफल डेढ़ हेक्टेयर, रुद्रप्रयाग-भूमि रतूड़ा, रुद्रप्रयाग से बद्रीनाथ मार्ग पर स्मृति वन के निर्माण के लिए भूमि पर पूजा अर्चना करी गई।”
पहले चरण में जिले के सभी अधिकारियों और स्थानीय समुदायों ने वृक्षारोपण के लिए धन का योगदान दिया। अगले चरण में पर्यटक, स्थानीय समुदाय, तीर्थयात्रियों इस योजना में दो हजार रुपये स्मृति वन काउंटर पर जमा कराने होंगे। इसके बाद, वह अपने पूर्वजों की याद में पौधरोपण कर सकेगे। तीर्थयात्रियों से पौध के लिए जो शुल्क लिया जाएगा उसे स्वयं सहायता समूहों को दिया जाएगा। स्वयं सहायता समूह ही स्मृति वन को बनाने से लेकर उसकी देखरेख का सारा काम करेंगे। समूहों को हर हफ्ते रोपे गए पौधे की फोटो खींचकर उसे स्मृति वन के मोबाइल एप पर डाउनलोड करना होगा।