देहरादून। कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के चयन के लिए बुधवार को कंप्यूटर के जरिए ड्रॉ निकाला गया। विदेश मंत्रालय के सचिव विजय केशव गोखले ने कम्प्यूटरीकृत ड्रा के माध्यम से कैलाश यात्रा पर जाने वाले यात्रियों का चयन किया।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार विदेश सचिव विजय गोखले ने दिल्ली में आयोजित हुए इस ड्रॉ की अध्यक्षता की। विदेश मंत्रालय हर साल जून से लेकर सितंबर के बीच में इस यात्रा का आयोजन दो मार्गों लिपुलेख दर्रा(उत्तराखंड) और नाथूला दर्रा(सिक्किम) के जरिए करता है। यह यात्रा अपने धार्मिक मूल्यों और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा-2019 के लिए कुल 2996 आवेदनों प्राप्त हुए थे, जिनमें से लिपुलेख दर्रा, उत्तराखंड मार्ग के लिए 1044 यत्रियों का चयन किया गया है। यह हिंदू, जैन और बौद्धों के लिए धार्मिक महत्व रखता है। लिपुलेख दर्रा मार्ग के लिए प्रत्येक जत्थे में 58 यात्री होंगे और कुल 18 जत्था होगा। यात्रा की अवधि प्रति जत्था 24 दिन है।