आपरेशन विजय को सफल बनाने में उत्तराखंड के जवानों की बड़ी भागीदारी

0
596
विजय

कारगिल युद्ध के आपरेशन विजय में जनपद टिहरी गढ़वाल के 12 जवानों ने अपनी जान की बाजी लगाकर देश की शान को बरकरार रखा। हर साल विजय दिवस पर शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया जाता है।

कारगिल युद्ध के आपरेशन विजय में 1 जुलाई, 1999 को शहीद हुये सारजुला पट्टी के गांव खेमड़ा के रहने वाले लायंस नायक दिनेश दत्त बहुगुणा के बाद उनकी पत्नी सुधा बहुगुणा को कई तरह की परेशानियों को सामना करना पड़ा था, लेकिन आज वे लोनिवि में अपनी सेवायें दे रही हैं। उन्हें कारगिल शहीद की पत्नी के रूप में सभी सेवायें मुहैया हुई हैं। पेट्रोल पंप, सरकारी नौकरी सहित उन्हें सुविधायें मुहैया हुई हैं। उनका कहना है कि पति के शहीद होने के बाद लगता था, कैसे जिंदगी चलेगी। लेकिन अब जिंदगी ढर्रे पर है। शहीद दिनेश बहुगुणा के नाम से उनके गांव तक जाने वाली सड़क भले ही 200 मीटर भी नहीं बन पाई है। बीस साल पहले सड़क के लिए घोषणा हुई थी। लेकिन समान प्रतिकर की मांग के चलते सड़क काम लटक गया। इसके चलते 4 किमी की सड़क मात्र 200 किमी बनकर बड़कोट तोक में आकर रुक गई है।

आपरेशन विजय में 30 जून, 1999 में शहीद हुये प्रतापनगर के कठुली गांव के रहने वाले रायफल मैन विरेंद्र लाल की पत्नी पार्वती देवी का कहना है कि सरकार की ओर से उन्हें सभी सुविधायें मिली हैं। शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। शहीद पति के सपनों का पूरा करने का प्रयास कर रही हैं। कोट गांव के कारगिल में 13 मई, 2019 को शहीद हुये लायंस नायक की पत्नी मुन्नी देवी का कहना है कि कारगिल युद्ध के दौर को भुलाया नहीं जा सकता है। पति के सपनों को पूरा करने में पूरा परिवार लगा है।

यह थे उत्तराखंड के वीर शहीद:

13 मई, 1999 को कोट गांव के लायंस नायक सुबाब सिंह। 30 जून, 1999 को कठुली गांव के रहने वाले रायफल मैन विरेंद्र लाल। 1 जुलाई, 1999 को खेमड़ा गांव के रहने वाले लायंस नायक दिनेश दत्त बहुगुणा। 30 जून, 1999 को भ्यूपानी गांव के रहने वाले नायक शिव सिंह। 2 जुलाई, 1999 को पठवाड़ा गांव के रहने वाले सूबेदार प्रताप सिंह। 23 जुलाई, 1999 को कटकोड गांव के रहने वाले सिपाही सुंदर सिंह। 11 मई, 1999 को बौर गांव के रहने वाले रायफल मैन दिलवर सिंह। 11 मई , 1999 को ठेला गांव के रहने वाले रायफल मैन दलबीर सिंह। 29 जून, 1999 को द्वारी गांव के रहने वाले रायफल मैन राजेंद्र सिंह। 13 मई, 1999 को थापला गांव के रहने वाले रायफल मैन विजेंद्र सिंह। 29 जून, 1999 को लोयल गांव के रहने वाले लायंस नायक जगत सिंह। 29 जून, 1999 को डाण्डा गांव के रहने वाले रायफल मैन विक्रम सिंह शहीद हुये।