स्वाइन फ्लू से अब तक 13 की मौत

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स्वाइन फ्लू का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मौजूदा आंकड़ों पर गौर करें तो अभी तक स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या 13 पहुंच गई है। संदिग्ध मरीजों की संख्या में भी निरंतर इजाफा हो रहा है।

स्वतंत्रता दिवस पर लैब में अवकाश होने के कारण संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट बुधवार को जारी की जाएगी। फिलहाल अस्पतालों में मरीजों का उपचार जारी है। मौसम की नमी स्वाइन फ्लू के वायरस के लिए मुफीद बन गई है। इसके संक्रमण का खतरा कई अधिक बढ़ गया है। यही वजह है कि उत्तराखंड के अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। बीते सोमवार को भी छह मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई।
आलम यह है कि अभी तक स्वाइन फ्लू से 13 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। जनपद के नोडल आफिसर डॉ. पुनीत चंद्रा ने बताया कि अभी तक 63 मामले स्वाइन फ्लू के सामने आ चुके हैं। इस समय 13 मरीज भर्ती हैं। मरीजों का इलाज अलग-अलग अस्पताल में चल रहा है।

वैज्ञानिक तथ्यों पर ही दें जानकारी
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. डीएस रावत ने निजी चिकित्सालयों व नर्सिंग होम से अपील की कि वे स्वाइन फ्लू के बारे में वैज्ञानिक तथ्यों के अनुसार ही जानकारी दें ताकि मरीजों में भय व भ्रांति की स्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से लड़ने के लिए सबसे जरूरी है दिमाग से डर को निकालना।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट बताती है कि जिन लोगों का स्वाइन फ्लू टेस्ट पॉजिटिव आता है, उनमें से इलाज के दौरान मरने वालों की संख्या केवल 0.4 प्रतिशत ही है यानी एक हजार लोगों में चार लोग। इनमें भी ज्यादातर मामले ऐसे होते हैं, जिनमें मरीज पहले से ही हृदय रोग या किसी दूसरी बीमारी की गिरफ्त में होते हैं या फिर उन्हें काफी देर से इलाज के लिए लाया गया होता है।

क्या कहते हैं स्वाइन फ्लू के आंकड़े
– कुल पॉजिटिव – 73 (63 आईडीएसपी व 10 एसएमआई)
– मरने वालों की संख्या- 13 (नौ देहरादून, एक उत्तरप्रदेश, एक हरिद्वार व दो पौड़ी)
– मरने वालों में मार्च व अप्रैल में एक-एक
– जुलाई में नौ व अगस्त में दो की हुई मृत्यु
– सोमवार रिपोर्ट में पॉजिटिव छह मामले आए

ये बरतें सावधानी
– साफ-सफाई का ध्यान रखें और फ्लू के शुरुआती लक्षण दिखते ही सावधानी बरतें।
– जब भी खांसी या छींक आए रुमाल या टिश्यू पेपर इस्तेमाल करें।
– इस्तेमाल किए मास्क या टिश्यू पेपर को ढक्कन वाले डस्टबिन में फेकें।
– थोड़ी-थोड़ी देर में हाथ को साबुन और पानी से धोते रहें।
– लोगों से मिलने पर हाथ मिलाने, गले लगने से बचें।
– फ्लू के शुरुआती लक्षण दिखते ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
– बिना धुले हाथों से आंख, नाक या मुंह छूने से परहेज करें।