170 करोड के घोटाले को सिडिकेट बना कर अंजाम दियाः पाण्डयन

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उधमसिंहनगर जिले में एनएच 74 के चौड़ीकरण में हुए करोडों के घोटाले का मामला लगातार ही चर्चा में है। यह साफ हो गया है कि सिर्फ एक विभाग या एक अधिकारी नहीं बल्कि कई स्तर से फर्जीबाड़े और अधिकारी इस घोटाले में शामिल है। मामले की त्रिस्तरीय जांच चल रही है जिसमें दो सौ से भी ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी निशाने पर हैं।

प्रकरण का खुलासा करने के बाद कुमाऊ कमिश्नर डी सेंथिल पांडियन ने इस संबंध में अपनी दूसरी प्रेस कांफ्रेंस में कुछ और नये खुलासे किए। कहा कि अब तक की जांच में सरकार को 170 करोड़ के वित्तीय हानि का मामला सामने आया है। घोटाले को सिडिकेट बना कर अंजाम दिया गया है। दस दिनों की जांच में हासिल हुए दस्तावेजों के आधार पर तैयार तथ्यात्मक रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।

उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया है कि अधिकारियों द्वारा रिकार्ड में हेराफेरी करते हुए कृषक भूमि को व्यवसायिक में परिवर्तित कर व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने का काम किया गया है। योजनाबद्ध तरीके से एनएस 74 व 87 के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधित मामले को अंजाम दिया गया। इसमें सरकार के साथ ही गैर सरकारी लोग भी शामिल है। एसडीएम, एसएलएओ, तहसीलदार को जांच के लिए 65 कालम का प्रारूप तैयार कर दिया गया है। उसी प्रारुप में जांच कर अपनी रिपोर्ट देने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए है।