कोरोना के समय कैसे होगी 2020 चारधाम यात्रा?

चारधाम

(देहरादून) चारधाम के नाम से मशहूर, उत्तराखंड के चारों प्राचीन मंदिरों के कपाट इस साल कुछ अलग अलग समय पर खुलेंगे। पारंपरिक तौर पर विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का अंत दिवाली के समय होता है। बसंत ऋतु के आते ही इन मंदिरों के कपाट खुलने की तारीख़ें भी आ जाती हैं।

इस साल कोरोना महमारी का असर मंदिरों के कपाट खुलने के समय पर भी पड़ता दिख रहा है। यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट अप्रैल में खुलेंगे जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट 15 मई को खोले जायेंगे।

गढ़वाल के हिमालय क्षेत्र की दुर्गम भयंदर घाटी में है सिखों के पवित्र हेमकुंड साहिब। पारंपरिक तौर पर हेमकुंड साहिब 1 जून को श्रद्धालुओं के लिये खोला जाता है। लेकिन, इस साल कोरोना का असर यहाँ भी देखने को मिल रहा है। यहाँ तक पहुँचने का रास्ता अभी तक बर्फ़ से ढका है और लॉकडाउन के कारण बर्फ़ हटाने का काम भी नहीं हो पा रहा है। इसके कारण, 3 मई को हेमकुंड साहिब को खोलने को लेकर नई तारीख़ का ऐलान किया जायेगा।

भगवान शिव को समर्पित, पंच केदार में से तीन रुद्रप्रयाग और चमोली ज़िलों में स्थित हैं। इनके खुलने की तारीख़ें इस प्रकार हैं:

  • मदमहेश्वर: 11 मई
  • रुद्रनाथ: 18 मई
  • तुंगनाथ: 25 मई

विपरीत हालातों के कारण राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले लाखों श्रद्दालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिये तमाम इंतज़ाम किये थे। उत्तराखंड राज्य की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर निर्भर करती है और इसमें धार्मिक पर्यटन का बहुत बड़ा हिस्सा है। लेकिन, इस बार कोरोना महामारी के कारण पर्यटन और धार्मिक पर्यटन को बड़ा झटका लगा है और इससे राज्य की अर्थव्यवस्था पर कितना असर पड़ेगा यह आने वाले दिनों में पता चलेगा।

चारधाम मंदिरों के खुलने की तिथियाँ:

  • यमुनोत्री:  26 अप्रैल
  • गंगोत्री: 26 अप्रैल
  • केदारनाथ: 29 अप्रैल
  • बद्रीनाथ: 15 मई