देहरदून। पॉली फैक्ट्री खुलवाने का झांसा देकर दो लोगों से 33 लाख रुपये की ठगी करने के आरोपी को क्लेमनटाउन पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में पीड़ित कैलाश चंद्र पांडे और अनिल कुमार चतुर्वेदी ने थाना क्लेमेंट टाउन में मामला दर्ज कराया था।
कैलाश चंद्र पांडे निवासी दूधली ने बीते एक फरवरी को पवन कुमार निवासी वसंत विहार के खिलाफ पॉली फैक्ट्री खोलने का झांसा देकर 15 लाख रुपये ठगकर ले जाने के आरोप में मामला दर्ज कराया था। पीड़ित ने कहा कि आरोपी ने अहमदाबाद से फैक्ट्री का कच्चा माल लाने का झांसा देकर उससे रकम ली और इसके बाद कुछ दिन तक अहमदाबद से माल आने का झांसा पीड़ित को देता रहा और अचानक दून से फरार हो गया। इसी बीच बीते पांच मई को अनिल कुमार चतुर्वेदी निवासी सी-5 टर्नर रोड, क्लेमेंट टाउन ने भी थाने पहुंचकर एक तहरीर दी। बताया कि पवन कुमार अग्रवाल ने उनसे भी करीब 18 लाख रुपए फैक्ट्री खुलवाने के नाम पर लिए हैं एवं एग्रीमेंट भी बनाया है। दोनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की।
पुलिस ने पवन कुमार अग्रवाल के देहरादून के सभी पतों पर तलाश की। सभी मकान मालिक ने बताया कि पवन कुमार अग्रवाल बिना बताए गया है और घर से अपना सामान चुपचाप ले गया है। उसका फोन भी आॅफ है। पुलिस टीम ने पवन कुमार अग्रवाल का पुराना पता खंगाला तो पताचला की पवन कुमार अग्रवाल मूल रूप से बरेली का रहने वाला है। पुलिस बरेली पहुंची, तो पता चला कि वह करीब 20-25 वर्षों से घर बेचकर बरेली से भी जा चुका है। इसके बाद पवन कुमार अग्रवाल की तलाश में उसके रिश्तेदारों आदि से पूछताछ एवं उसके आधार कार्ड, पैन कार्ड की जानकारी ली तो सभी पते इंजीनियरिंग एनक्लेव के ही निकले, जहां वह किराए पर रहता था। इस बीच पुलिस को पवन कुमार अग्रवाल के मुंबई में रहने का सुराग मिला। इस पर एक टीम मुंबई रवाना हुई और पवन कुमार अग्रवाल की संभावित स्थानों पर तलाश की। सोमवार को शाम को पवन कुमार अग्रवाल को सिद्धिविनायक अपार्टमेंट सेक्टर 20 ओरन थाना एन आर आई नवी मुंबई से गिरफ्तार करने के बाद उसे देहरादून लाया गया। थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी ने कहा कि पवन कुमार अग्रवाल के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है और इसके साथ कौन-कौन लोग संलिप्त हैं इस बात की भी जानकारी की जा रही है।