सियोल, दक्षिण कोरिया ने सोमवार को कोरोना वायरस के 476 नए मामलों की पुष्टि की है। दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 4,212 हो गई है। सरकारी अधिकारियों ने देश में कोरोना वायरस फैलाने के बड़े केंद्र के रूप में उभरे एक विवादास्पद चर्च पर आपराधिक मामले की जांच करने की मांग की है।
शनिवार को देश में सबसे ज्यादा 813 नए मामलों की पुष्टि हुई और रविवार को यह संख्या 586 थी। चीन के बाहर कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले दक्षिण कोरिया में सामने आ रहे हैं। कोरिया सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ( केसीडीसी) के अनुसार कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। नए मामलों में से 377 दक्षिण-पूर्वी शहर डेगू से थे। यह शिनचेओन्जी चर्च ऑफ यीशु की एक शाखा का केंद्र है। इसी शहर में दक्षिण कोरिया के अधिकांश मामलों का पता लगा है। केसीडीसी एजेंसी ने कहा कि जनवरी में चर्च के कुछ सदस्यों ने मध्य चीनी शहर वुहान का दौरा किया था। यह बीमारी पिछले साल के अंत में वुहान में ही पहली बार सामने आई थी। सरकार जांच कर रही है कि कोरोना वायरस को फैलाने में चर्च की क्या भूमिका है।
उप स्वास्थ्य मंत्री किम गैंग-लिप ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर इसके संकेत मिले कि चर्च ने हमारे साथ जानबूझकर या अन्य कारणों से सहयोग नहीं किया तो हम सभी जरूरी उपाय करेंगे।सरकार ने अभियोजकों को चर्च के संस्थापक और अध्यक्ष ली मैन-हे पर हत्या का मामला चलाने पर विचार करने के लिए कहा है। चर्च बीमारी रोकने के प्रयासों में सहयोग करने से इनकार करके इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है।
चर्च ने रविवार देर रात एक बयान जारी कर अपने अनुयायियों के खिलाफ झूठे आरोप, घृणा और निंदा को खत्म करने का आह्वान करते हुए कहा कि वह सरकार के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहा है।गोपनीय गतिविधियों वाले इस चर्च को अधिकारियों और जनता की अभूतपूर्व नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। इसके सभी अनुयायियों और प्रशिक्षुओं की कोरोना वायरस संक्रमण के लिए जांच की जा रही है।