माणा हिमस्खलन: 49 श्रमिकों का रेस्क्यू, मुख्यमंत्री ने दी जानकारी

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    माणा हिमस्खलन में फंसे श्रमिकों को निकालने का अभियान तेजी से जारी है। अब तक 55 में से 49 श्रमिकों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है, जबकि 6 की तलाश अभी भी जारी है। इस अभियान में भारतीय सेना, आईटीबीपी और अन्य सुरक्षा एजेंसियां जुटी हुई हैं।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया और बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सेना के अधिकारियों से अभियान की जानकारी ली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लगातार स्थिति की जानकारी दी।

    मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून लौटकर आपदा परिचालन केंद्र में अधिकारियों के साथ बैठक की और मीडिया से बातचीत में कहा कि सभी श्रमिकों को जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मौसम खराब होने से अभियान में चुनौतियां आ रही हैं, लेकिन सरकार और एजेंसियां हरसंभव प्रयास कर रही हैं।मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय इस घटना पर लगातार नजर बनाए हुए है और केंद्र सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन मिला है। वायु सेना के हेलीकॉप्टर लगातार सर्च और रेस्क्यू अभियान में जुटे हैं। उन्होंने पर्यटकों से अपील की कि खराब मौसम को देखते हुए यात्रा की योजना बनाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें

    हिमस्खलन में रेस्क्यू किए गए 55 श्रमिकों में से 06 श्रमिकों का ज्योर्तिमठ अस्पताल में इलाज चल रहा है, जिनमें से तीन हालत गंभीर बताई जा रही है। इन श्रमिकों

    में उत्तराखंड के अलावा बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और नेपाल के श्रमिक शामिल हैं।

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खोज एवं बचाव दल के साथ लगातार संपर्क में हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री धामी ने आज ज्योतिर्मठ पहुंचकर हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य का निरीक्षण करने के साथ ही सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत की।

    हिमस्खलन क्षेत्र में आज सुबह 7 बजे से बर्फ में फंसे सीमा सड़क संगठन के श्रमिकों की खोज शुरू की गई। आज सुबह 9 बजे तक कुल 47 श्रमिकों का रेस्क्यू कर लिया गया। छह श्रमिकों को रेस्क्यू कर ज्योर्तिमठ सेना अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। शेष आठ की तलाश जारी है।

    मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि माणा के निकट हुए हिमस्खलन में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान के क्रम में 14 अन्य श्रमिकों को भी सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। बाहर निकाले गए श्रमिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। गंभीर घायल 3 श्रमिकों को आर्मी चिकित्सालय, ज्योतिर्मठ में उपचार चल रह है। वहीं आज जीओसी इन सी सेंट्रल कमांड उत्तर भारत एरिया, लेव जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, जीओसी माणा पहुंच रहे हैं। सेना ने सूचना जारी कर बताया कि वे साइट पर प्रेस ब्रीफ भी करेंगे।

    माणा तक पहुंच के लिए सड़क मार्ग बारिश और बर्फबारी से प्रभावित हैं। ऐसे में अब शासन और स्थानीय प्रशासन हेली रेस्क्यू ऑपरेशन पर फोकस कर रहा है। बताया जा रहा है कि 150 बचाव कर्मी भी जोशीमठ और गोविंद घाट गुरुद्वारे से माणा की ओर रवाना हो चुके हैं। रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है।