राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले यह चुनाव राजनीतिक नहीं, बल्कि यह चुनाव विचारधारा का है। राष्ट्रपति पद के लिए कांग्रेस समेत 17 विपक्षी दलों की प्रत्याशी मीरा कुमार ने देहरादून में कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सभी अंतरात्मा की आवाज सुनकर मतदान करें।
गुरुवार को एक स्थानीय होटल में मीडिया से मुखातिब हुईं राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार ने कहा कि उत्तराखंड के लोगों की ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा को वे प्रणाम करती हैं। उन्होंने कहा कि इस बार के राष्ट्रपति चुनाव पर देश ही नहीं पूरी दुनिया की नजर लगी है। यह दो विचारधाराओं का चुनाव है। उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा इस बार राष्ट्पति चुनाव। मीरा कुमार ने कहा कि बीते तीन साल में देख में देखने को मिला कि जाति और धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है। गरीबों, निर्बलों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है और सरकार चुप है। उन्होंने कहा कि देश में जाति आधारित राजनीति बढ़ रही है। जाति व्यवस्था को खत्म करना होगा। सभी वर्गों के बारे में ईमानदारी से सोचना होगा।
मीरा कुमार ने कहा कि उन्होंने निर्वाचक मंडल के सभी सदस्यों से पत्र लिखकर समर्थन मांगा है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सभी अपनी अंतर्रात्मा की आवाज सुनकर वोट देंगे। सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि वे किसी सरकार पर आरोप नहीं लगा रही। स्पीकर रहते हुए भी उन्होंने सभी दलों को बराबर मौका दिया और इसकी सभी ने मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि भारत महान देश बनने के लिए आगे बढ़ रहा है, लेकिन समानता के भाव को मजबूत करने की जरूरत है।
इससे पूर्व, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि मीरा कुमार के परिवार का भारतीय राजनीति में अहम योगदान रहा है। वे एक बेहतर प्रत्याशी हैं, उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में सभी मतदान करें। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश ने कहा कि देश के सर्वोच्च पद के लिए राजनीतिक सोच से बाहर आकर मतदान किया जाए। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि मीरा कुमार के राजनीतिक अनुभव और व्यक्तित्व से सभी प्रभावित हैं। उन्हें कांग्रेस के साथ ही अन्य दलों का भी समर्थन प्राप्त है। इस दौरान कांग्रेस के सभी विधायक और पदाधिकारी मौजूद रहे।