सीएम रावत का ट्वीट कहीं विधायक मनोज रावत को जवाब तो नहीं

0
912

आज का युग सोशल मीडिया का युग है, शायद इसलिए राजनैतिक पार्टियां भीं अपनी बात एक दूसरे तक सोशल मीडिया के जरिए पहुंचा रही हैं। कुछ समय पहले पूर्व सीएम हरीश रावत और प्रकाश पंत का ट्वीट वार चर्चा में था। इसी कड़ी में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने ट्वीटर के माध्यम से यह बात साफ की है कि मोबाईल सेवा देने वाली कंपनियों को अगर मैदानी क्षेत्र में अपनी दाल गलानी है तो पहले पहाड़ी क्षेत्रों में बेहतर सेवाएं देनी होंगी।

जी हां, उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में सबसे ज्यादा परेशानी का सबब है, आए दिन खराब रहने वाले मोबाईल सेवाएं। मोबाइल सेवाऐं देने वाली कंपनियां दावे और बाते तो बहुत करती हैं लकिन सेवाओं की हकीकत किसी से छुपी नही हैं। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले विधायक मनोज रावत ने अपने क्षेत्र रुद्रप्रयाग में बाधित मोबाईल सेवा के बारे में आवाज उठाई थी। रावत ने कहा था कि कहने को नेटवर्क के टावर और केबल दूर-दूर तक लगे है लेकिन उसके जरिए कोई कनेक्टिविटी नही है। लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इसकी वजह से रोड भी बदहाल पड़ी रहती है,क्योंकि केबल और तारों को बिछाने के लिए सबसे पहला काम रोड को खोंदने का होता है।

बहरहाल सीएम रावत के ये ट्वीट मनोज रावत के आरोपों का जवाब हो न हो लेकिन अगर सीएम का ट्वीट जमीनी हकीकत बन सके तो ही सूचना क्रांती के इस युग में आम लोगं को एक अदद मोबाइल फोन की घंटी सुनाई देगी।