प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के गांव को शहरों की अपेक्षा ही डिजिटल करने और वहां के किसानों और ग्रामीणों के लिए डिजिटल इंडिया का सपना देखा,जिससे गांव देश की तरक्की में अपनी भागीदारी तय कर सके।
उत्तराखंड के गांव भी आब मोदी के सपने को साकार करने में जुट गए हैं ऐसा ही एक गांव है दूधली जिसमें डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करना शुरू कर दिया है। डोईवाला विधानसभा के दूधली गांव में अब ग्राम पंचायत डिजिटल हो गई है जहां पर डिजिटल सेवा केंद्र की शुरुआत हो गई है जिसके चलते अब गांव के लोगों को ई-कॉमर्स और फार्मिंग की सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।
गांव के युवा अजय कुमार के प्रयास से दूधली गांव को केंद्र सरकार ने डिजिटल गांव का दर्जा दिया पीएमओ की पहल पर गांव को डिजिटल सुविधाओं से लैस कर दिया है। ग्रामीणों को अब पैन कार्ड, पासपोर्ट, बिजली पानी के बिल और बैंकिंग सेवा की सुविधाएं गांव में स्थापित कॉमन सर्विस सेंटर में ही मिल सकेगी यहां की पंचायत को नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ दिया गया है।