प्रदेश में अब स्वच्छता अभियान की निगरानी मोबाइल एप और जीपीएस सिस्टम के जरिये की जाएगी। इसके लिए बीएसएनएल और शहरी विकास निदेशालय के बीच अनुबंध किया जाएगा। इसके तहत कूड़ा उठान और इसे डंप करने की प्रक्रिया को ऑनलाइन देख कर भी सफाई की स्थिति का पता चल सकेगा।
योजना के पहले चरण में सभी छह नगर निगमों देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, रुद्रपुर, काशीपुर और हल्द्वानी तथा सात प्रथम श्रेणी के नगरों नैनीताल, मसूरी, ऋषिकेश, रामनगर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा व पौड़ी को प्रयोग के तौर पर रखा जाएगा। इस व्यवस्था के अंतर्गत
- नगर की सफाई व्यवस्था की कंप्यूटर डैश बोर्ड व जीपीएस के माध्यम से निगरानी की जाएगी
- सफाई कर्मचारी मोबाइल से फोटो खींच कर सफाई की स्थिति अपलोड करेंगे
- शहरों में यह सुविधा नागरिकों को भी दी जाएगी
- इसके तहत सफाई वाहन कहां-कहां गए, इसकी जानकारी भी रखी जाएगी
- सफाई वाहन के लॉग बुक को भी क्रास चैक किया जाएगा
देश की ही तरह राज्य में भी सरकार की कार्यशैली में ज्यादा से ज्यादा तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के कवायद चल रही है। मुख्यमंत्री ने भी अधिकारियों को तकनीक का इस्तेमाल कर गुणवत्ता और काम के समय में तेजी लाने को कहा है। ऐसे में इस तरह का ऐप्प जरूर कारगर साबित होगा। लेकिन इन सभी की पूरी कामयाबी का दारोमदार इस बात पर निर्भर करता है कि राज्य की आम जनता सफाई रखने में सरकार का कितना साथ देती है।