किशोर उपाध्याय ने मांगा गुजरातियों से देश प्रेम का सर्टिफिकेट

0
790

वैसे तो राजनीतिक बयानबाज़ी हमारे नेताओं का जन्मसिद्ध अधिकार है लेकिन फिलहाल सोशल मीडिया पर रणबांकुरा बनना पूर्व पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाद्याय को भारी पड़ता दिख रहा है। किशोर उपाध्या ने कशमीर के शोपियां में हल्द्वानी के मेजर पांडे की शहादत से जोड़ते हुए एक ट्वीट के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। किशोर ने ट्वीट में पूछा कि “प्रधानमंत्री ये बताने का कष्ट करें कि गुजरात से कितने लोगों ने देश के लिये अपनी जान न्योछावर की है”

किशोर उपाध्याय के इस ट्वीट को बीजेपी ने मुद्दों का दिवालियापन करार दिया है। बीजेपी के मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन का जवाब बिल्कुल साफ था उन्होंने कहा कि “शायद किशोर जी को राष्ट्र का मतलब नहीं पता, तभी वह ऐसी बात क रहें हैं। उपाध्याय को राष्ट्र के मतलब को समझना होगा और जो उनकी डिक्शनरी में राष्ट्र का मतलब है उसको संशोधित करना होगा”।भसीन ने कहा कि “यह देश प्रेम की बात को समझना इतना आसान नहीं है और अगर यह बात किशोर जी के समझ में आ जाए तो यह सवाल जवाब करना नही पड़ेगा।”

वहीं कांग्रेस ने भी किशोर के इस बयान से किनारा कर लिया है। प्रदेश कांग्रेस अद्यक्ष प्रीतम सिंह ने न्यूजपोस्ट से कहा कि “किशोर ने ये बयान किस संदर्भ में दिया ये तो वो ही कहेंगे। पार्टी का मानना है कि देश के लिये जो भी जवान शहादत देता है वो देश के लिये होती है। उसे राज्य और प्रांत की सीमाओं में बांध कर देखना सही नही होगा।”

लेकिन किशोर उपाध्याय अपना इस बयान पर कायम हैं। उनका कहना है कि “1947 से लेकर अब तक गुजरात के कितने लोगों ने देश के लिये अपनी जान दी है। इस ट्वीट को आरएसएस और बीजेपी से जोड़कर देखना चाहिये”