प्रशांत किशोर के नहीं आने से कार्यकर्ताओं में मायूसी

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कांग्रेस ने जब से रणनीतिकार प्रशांत किशोर को उत्तराखंड चुनावों की कमान सौंपी तभी से पार्टी कार्यकर्ताओं में खासा जोश था। चुनावों में अचूक रणनीति बनाने के लिये मशहूर प्रशांत किशोर से चुनावी रण के टिप्स लेने के लिये सभी कांग्रेसी उत्साहित थे। लेकिन बुधवार को उस समय कार्यकर्ताओं को मायूसी हाथ लगी जब हरिद्वार में एक ट्रैनिंग सेशन में सभी लोग प्रशांत किशोर के आने का इंतजार करते रहे लेकिन प्रशांत किशोर वहां नहीं पहुंचे। इसके चलते खबरें ये भी आने लगी कि आखिर क्यों प्रशांत किशोर हरिद्वार नही पहुंचे। क्या वो पार्टी नेताओं से मतभेद के चलते यहां नहीं आये?

इस सबके बीच पार्टी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने ये साफ कर दिया कि प्रशांत किशोर का पहले से ही हरिद्वार आने का कोई कार्यक्रम नहीं था। उपाध्याय ने कहा कि “ये कार्यक्रम पार्टी कार्यकर्ताओं के लिये आयोजित था और इसमें प्रशांत किशोर या उनकी टीम के आने का कोई प्रोग्राम नहीं था।उनके आने की खबरें केवल मीडिया में ही चल रही थी और पार्टी या खुध प्रशांत किशोर की टीम ने कभी भी इस पर मुहर नही लगाई।”

वैसे तो कांग्रेस किससे अपनी चुनावी रणनीति बनवाये ये उसका आंतरिक मामला है लेकिन पंजाब और उत्तरप्रदेश में जिस तरह काफी पहले प्रशांत को कमान दे दी गई थी वैसा उत्तराखंड में नही हुआ। इसके चलते ये भी कहा जा रहा है कि पार्टी हाई कमान को राज्य में कांग्रेस की तैयारियों शायद कुछ कमी दिख रही है शायद इसिलिये चुनावों से ठीक पहले राज्य में चुनावी कमान उनकी टीम को दे दी गई है। खबरें ये भी है कि खुद मुख्यमंत्री भी प्रशांत किशोर की टीम के आने से ज्यादा उत्साहित नही हैं। हांलाकि मुख्यमंत्री और पार्टी संगठन दोनों ही इन खबरों को गलत बताते रहे हैं।