एससी/एसटी पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्गों के आरक्षण बचाओ संयुक्त मोर्चा पदाधिकारियों ने संवैधानिक रूप से प्रदत्त एससी/एसटी ओबीसी आरक्षण को समाप्त कर देने के विस अध्यक्ष के बयान पर रोष जताया। उन्होंने इस मामले में जांच और कार्यवाही की मांग की।
रविवार को पत्रकारों से बातचीत में मोर्चा के संयोजक सीपी सिंह ने कहा कि सरकार के उच्च संवैधानिक पदों पर बैठे लोग संविधान की परवाह किए बगैर इस मुहिम को चला रहे हैं। सबका साथ, सबका विकास कहने वाले लोग चुप्पी साधे हुए हैं। सीपी सिंह ने कहा कि पूर्व में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने आरक्षण विरोधी बयान दिया था, अब तक उन पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि आरक्षण विरोधी बयान की दलित समाज द्वारा निन्दा भी की गई। संयुक्त मोर्चा ने नगर कोतवाली में उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया लेकिन इसके बावजूद अब तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई। इससे संयुक्त मोर्चा एवं दलित समाज में रोष है। उन्होंने कहा कि जब तक पूरे प्रकरण पर उच्चस्तरीय जांच व कार्यवाही नहीं की जाती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के धर्म निरपेक्ष समाजवादी ताने बाने को तोड़ा जा रहा है। प्रेस वार्ता में धर्मपाल सिंह ठेकेदार, मनोज कुमार, मुकेश कुमार कोरी, रूपचंद एडवोकेट, मेहर सिंह चीफ, शिव कुमार, अजय कुमार, भंवर सिंह, ऋषिपाल सिंह, रामपाल सिह, सुशील कुमार सैनी, रफल पाल सिंह, आदि उपस्थित रहे।