कूड़े के ढेर में बायो मैडिकल कूड़ा मिलने पर मैड ने दायर की याचिका

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देहरादून। शिक्षित छात्र संगठन मेकिंग ए डिफरेंस बाय बीइंग दी डिफरेंस (मैड) ने बीते रविवार को शहर में सफाई एवं जागरुकता अभियान के दौरान खुले में पाए गए बायो मेडिकल पदार्थों के मामले में नगर निगम और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में याचिका दायर कर आपत्ति जताई है।
शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में (मैड) संस्थापक व अधयक्ष अभिजित नेगी ने रविवार को सफाई अभियान में पाए गए बायो मेडिकल कूड़े को वीडियो के माध्यम से दिखाया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों शहर के कई स्थानो पर सफाई कार्यक्रम चलाया गया था। इस दौरान जब खुले में इस प्रकार से पदार्थ मिलने लगे तो तत्काल अभियान को रोककर उसका सैंपल लिया गया और इसे निगम कर्मचारियों को दिखाया गया।
वहीं, संस्था के सदस्यों का कहना है इस प्रकार के कूड़े का खुले में मिलना न सफाई कर्मचारियों के लिए बल्कि जानवरों के लिए भी बड़ा खतरा है। ऐसे कूड़े को सड़क पर फेंकने से महामारी का संकट गहरा सकता है। इसे समय रहते रोकना होगा नही तो आने वाले दिनों में ये बड़ा खतरा साबित हो सकता है। मैड संस्था इसके लिए शहर में विशेष अभियान चलाकर लोगों को इसके प्रति जागरूकता लाएगी।ताकि ऐसे पदाथों को कूड़े की ढ़ेर में न फेंका जाए।
इधर, संस्था का कहना है पिछले वर्ष हरित न्यायाधीकरण द्वारा सरकार को फटकार लगाई गई थी फिर भी सरकार द्वारा बायो मेडिकल कूड़े का निस्तारण सही ढंग से नही किया जा रहा है। साथ ही ऐसे चिकित्सालयों पर निगरानी भी नही रखी जा रही है जो कूड़े में ढेर में ऐसी हानीकारक पदार्थ को डाल रहे है। ऐसे लोगों पर शासन प्रशासन की ओर से रोक लगाई जाए। इस मौके पर विवेक गुप्ता, करण महेश्वरी सहित अन्य उपस्थित रहे।