हथियारों का जखीरा तैयार कर किस अपराध को अंजाम देना चाहते थे तस्कर? इतनी बडी संख्या में आकर कब से बन रहे थे हथियार? और क्या हथियारों के कारखाने की अब तक नहींं थी खुफिया विभाग के पास जानकारी? कई सवाल पुलिस की कार्यशैली पर उठते हैं जब हथियारों का अवैध कारखाना पकडा जाता है और पुलिस के साथ बराबर की फायरिंग कर कई तस्कर फरार हो जाते हैं।
मामला उधमसिंह नगर के गदरपुर कोतवाली क्षेत्र का है जहां रहे तमंचे बनाने की फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है, पुलिस को मौके से कई तमचें अौर चार आरोपियों को पकड़ा। जनपद के पुलिस कप्तान सदानन्द दाते ने जानकारी देते हुए बताया कि, “गदरपुर पुलिस के साथ तमंचा बनाने वाली फैक्ट्री के लोगो के साथ काफी देर तक फायरिंग होती रही, जिसके बाद पुलिस ने मौके से कई तमचो के साथ कुछ लोगो को पकड़ा है, कई लोग भाग जाने में कामयाब रहे है, पुलिस उनके गिरोह के बारे में जानकारी हासिल कर कारवाही का खाका तैयार कर रही है।”
पुलिस पर फायरिंग मामले को लेकर उनके खिलाफ जान से मारने की धारा में मुकदमा भी दर्ज़ किया गया है गदरपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यहाँ पर अवैध रूप से तमंचा बनाये जाने का कारोबार संचलित किया जा रहा था, जिसके बाद गदरपुर पुलिस ने देर रात मोके पर जाकर छापा मारा जिसके कई आरोपी फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
जबकि कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, मौके पर जनपद के पुलिस कप्तान सदानन्द दाते ने भी गदरपुर जाकर वहाँ का जायजा लिया है। बताया जा रहा है की यहाँ पर काफी समय से इस फैक्ट्री को संचलित किया जा रहा था, जबकि पूर्व में भी यहाँ से तमंचे बनाये जाने के साथ कई लोगो को पकड़ा गया था।