अनशनकारियों में खुशी की लहर, एम्स ऋषिकेश आया बैकफुट पर

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    एम्स

    ऋषिकेश, आखिरकार फजीहत उठाने के बाद ऋषिकेश एम्स बैकफुट पर आया मरीजों के इलाज के लिए बढ़ाएं गए बेहताशा शुल्क को लेकर एम्स निदेशक की स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्लास लगाई, जिसके चलते एम्स ऋषिकेश में शुल्क वृद्धि को वापस लेते हुए पुराने रेट पर ही मरीजों का इलाज करने की बात कही है।

    ऋषिकेश निर्माणाधीन एम्स में ओपीडी शुल्क पर बेहताशा वृद्धि ने एम्स के इलाज पर सवालिया निशान लगा दिया था। मरीजों को इलाज के लिए तिगुनी रकम अदा करनी पड़ रही थी, जिसके चलते लोगों में लगातार रोष बना हुआ था। इलाज के शुल्क में वृद्धि को लेकर अनशन भी शुरू हो गया था। लगातार मीडिया में एम्स ऋषिकेश की कवरेज आने से स्वास्थ्य मंत्रालय ने संज्ञान लेकर एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकांत को दिल्ली तलब किया और उन की क्लास लगाई, जिसके चलते ऋषिकेश एम्स बैकफुट पर लौट आया।

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    आनन-फानन में परिसर में प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर एम्स प्रशासन ऋषिकेश ने अपनी सफाई दी। प्रशासनिक अधिकारी अंशुमान गुप्ता ने बताया कि, “सोमवार 6 नवंबर से पुरानी ही दरों पर मरीजों को ऋषिकेश एम्स में सस्ते इलाज की सुविधा मिल सकेगी।”

    ऋषिकेश एम्स के बैक फुट पर आते ही अनशन पर बैठे अनशनकारियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी, अब सस्ते इलाज की उम्मीद ने एक बार फिर उत्तराखंड के साथ-साथ सीमावर्ती इलाकों में खुशी की लहर फैल गई है। अनशन पर बैठे आंदोलनकारियों का कहना है कि, “यह एक स्वागत योग्य फैसला है जिसका सभी को स्वागत करना चाहिए और यह हमारी हर उत्तराखंड की जनता की जीत है। देर आए दुरुस्त आए।”