हरिद्वार। वन विभाग की टीम दुर्लभ प्रजाति की कुछुओं की तस्करी करने वाले दो आरोपियों को धर दबोचने का दावा किया। हालांकि देर शाम तक वन विभाग की इन दुर्लभ कछुओं की प्रजाति के विषय में विभिन्न जानकारियां जुटाती रही। साथ ही दोनों कछुओं को बेचने वाले दोनों आरोपियों की जांच पड़ताल में वन विभाग की टीम लगी रही।
दुर्लभ प्रजापतियों के कछुये बेचने के आरोपियों की जांच पड़ताल देर शाम तक वन विभाग की टीम करती रही। क्षेत्र में भी कछुओं की तस्करी करने वाले दोनों आरोपियों की चर्चायें लगातार होती रही। वन क्षेत्राधिकारी विपिन नोडियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि कछुआ तस्करों से पूछताछ की जा रही हैं जो कछुये बरामद किये गये है उन कछुओं की प्रजापति को पता करने के लिए उच्च अधिकारियों से वार्ता की जा रही है। पकड़े गये आरोपी कनखल क्षेत्र के हैं एक आरोपी गंगा सफाई अभियान से भी जुड़ा हुआ है। आरोपी अपनी दुकान पर कछुये के बेचने की जानकारियां स्थानीय लोगों द्वारा दी जा रही है। एनजीओ के वोलेन्टियर के द्वारा दोनों आरोपी की शिकायत पर आरोपियों को पकड़ा गया है। वन विभाग की टीम कछुओं की प्रजातियांे एवं इन कछुओं को बेचने के अधिनियमों की जानकारियों में जुटे हुए हैं।
पकड़े गये आरोपियों का कहना है कि यह उन दुर्लभ प्रजापतियों के कछुये नहीं हैं जिनको रखने पर किसी भी प्रकार का प्रतिबन्ध हैं। कुछ लोग अपने घरों में कछुओं को पालने का काम करते हैं। वन विभाग की टीम गलत रूप से हमें फंसाने का प्रयास कर रही है।
आरोपियों का कहना है कि जो प्रजाति के कछुये वन विभाग की टीम को मिले हैं उनकी बिक्री पर किसी भी प्रकार का कोई प्रतिबन्ध नहीं होता है। गंगा सफाई से जुड़े कई सदस्य वन विभाग के कार्यालय पर आरोपियों के पकड़े जाने से कार्यालय पर कई घंटे जमे रहे गंगा सफाई अभियान से जुड़े गंगा भक्तों ने भी पकड़े गये युवकों को गलत तरीके से फंसाने के आरोप लगाये।