सोशल मीडिया की ताकत से इन दिनों आम लोगों को भी बात नेताओं और अधिकारियों तक पहुंचाने में आसानी हो रही है। इसी का उदाहरण देखने को मिला पेयजल निगम में जहां फेसबुक पर की गई शिकायत पर निगम ने जांच के आदेश दे दिये हैं।दरअसल पलायन एक चिंतन नाम के सामाजिक संसथान ने पौड़ी में पेयजल निगम द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों पर सवाल खड़े किये थे। इसके सबूत के तौर पर संस्थान के चीफ अजय रावत ने अपनी फेसबुक वॉल पर तसवीरें और वीडियो भी शेयर किये। इनमें निर्माण कार्यों में घटिया सामान इस्तेमाल होने के आरोप लगाये गये हैं।इस शिकायत पर एक्शन लेते हुए पेयजल निगम ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं।
दरअसल पौड़ी में चिनवाड़ी इसाके में नाबार्ड के पैसे से करीब 27 करोड़ की लागत से पंपिग पेयजल योजना चल रही है। इसी काम में लापरवाही और धांधली का आरोप इस पोस्ट में लगाया गया है। सोशल मीडिया क्रांति के इस दौर में लोगों को अपनी बातें और शिकायतें सरकार तक पहुंचाने में काफी आसानी हो रही है लेकिन अब देखना होगा कि पेयजल निगम इस सोशल मीडिया पोस्ट में लगे आरोपों की कितनी गंभीरता से जाच करता है।