उत्तराखंड राज्य आंदोलन का मुख्य उद्देश्य राज्य को विकास की तरफ ले जाना था, 17 साल बाद भी उत्तराखंड के पहाड़ पलायन की मार और मूलभूत सुविधाओं का मुंह ताक रहे हैं। पहाड़ की राजधानी पहाड़ पर हो जिस की लड़ाई जारी है, कांग्रेस हो या भाजपा गैस सेंड को लेकर हमेशा राजनीतिक खींचातानी चलती रहती है ऐसे में पहाड़ी राज्य की पहाड़ पर राजधानी बनाना का रास्ता इतना आसान नहीं है।
गैरसैंण को स्थाई राजधानी को लेकर हमेशा ही गर्म माहौल रहा है भाजपा की सरकार द्वारा इस बार 2 दिन की गैरसैंण में सत्र चला जोकि हंगामे के बाद बंद हो गया ऐसे में मौसम और विपक्ष की के सवालों में भाजपा सरकार घिर चुकी है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि हमारी कोशिश है पहाड़ की राजधानी पहाड़ में ही हो इसके लिए विपक्ष को हमारा साथ देना होगा, ना कि इस पर राजनीति करें। पहाड़ का विकास संभव होगा और पहाड़ का पानी पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम आएगी हमारी सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि गैरसैंण को स्थाई ना सही तो ग्रीष्मकालीन राजधानी तो बनाकर 17 साल से उत्तराखंड के सपने को साकार कर सके.