सरकारी स्कूलों की हालत में सुधार लाने के लिए सरकार नये नये प्रयोग कर रही है, कुछ प्रयोग सरकार के लिए गले फांस रहे रहे हैं तो कुछ प्रयोग शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शिक्षकों के गले नहीं उतर रहे हैं, वहीं शिक्षा मंत्री के लगातार आ रहे बयानों से शिक्षकों की मुश्किले बढती जा रही है, अपने गृह जनपद में एक कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने कहा कि शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए जरुरी है कि शिक्षकों को पहले अपनी मानसिकता में सुधार लाना होगा, शत प्रतिशत परीणाम देने वाले शिक्षकों को जहां सम्मान मिलेगा वहीं गुणवत्ता के आधार पर शिक्षकों की पदान्नति और वेतन भी निर्धारित किया जाएगा, रिजल्ट अच्छा ना होने पर शिक्षकों का प्रमोशन और वेतन में कटोती हो सकती है, जिसके लिए सरकार प्रक्रिया तैयार कर रही है, उन्होने कहा कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद की जा रही है, साथ ही इस प्रक्रिया के लिए अभी मंथन किया जा रहा है।