वोट के लिए पहाड़ चढ़ रहे प्रत्याशी

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भारत चीन सीमा से लगे भारत के सरहदी इलाके चमोली में प्रत्याशियों के पसीने छूट रहे, उन्हें वोट मांगने के लिए 20 से लेकर 25 किमी की दूरी नापनी पड़ रही है। बार-बार मौसम खराब हो रहा है लिहाजा कभी बर्फ तो कभी बरसात का भी सामना करना पड़ रहा है ऐसे में प्रत्याशियों के लिए यह चुनाव प्रचार पहाड़ चढ़ने से कुछ कम नही।

डुमक, कलगोठ तथा किमाणा ऐसे गांव है जहां 15 से 24 किमी खड़ी चढ़ाई नाप कर गांव पहुंचा जा सकता है। डुमक के जगत सिह सनवाल बकरियों के लिए दवा लेने गोपेश्वर पशु चिकित्सालय पहुंचे थे। बताते है कि गांव तक बडी मुश्किल से प्रत्याशी पहुंच रहे है। पाखी से जब डुमक कलगोठ आ रहे तब उन्हें पता चल रहा है कि हम आदम अवस्था में कैसे रह रहे है। उर्गम घाटी भरकी, भेटा, पिलखी, पला, जखोला, किमाणा, रेगडी, करछों जैसे दुरस्थ गांवों में कुछ प्रत्याशी पहुंचे है। भर्की के दुलब सिंह, देवग्राम से राम सिंह व बडगिंडा के रघुवीर सिंह बताते है कि गांव तक सड़क आती तो हमारी समस्या का भी निदान होता और प्रत्याशियों का भी इतना पसीना नहीं बहाना पड़ता। उर्गम घाटी से ही चुनाव लड़ रही अरूणा कहती है कि प्रत्याशियों को अब पता चल रहा है पहाड़ के गांव का दर्द जब चुनाव के दौरान पैदल आना पड़ रहा है। हमारे यहां तो महिलाऐं सडक़ और स्वास्थ्य न होने के कारण प्रसव के दौरान छटपटाती रहती है।

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545 मतदेय स्थलों वाले तीनों विधान सभा क्षेत्र बदरीनाथ थराली व कर्णप्रयाग में 70 मतदेय स्थल ऐसे है जो मतदान के दौरान मौसम परिवर्तित होने के कारण हिमाच्छादित रह सकते है। जिला निर्वाचन कार्यालय ने इन्हें चिह्नित कर दिया है। तीन दिन पहले ऐसे मतदेय स्थलों पर मतदान कराने वाली टीम व अधिकारी पहुंचेगे। बदरीनाथ में 26 ऐसे मतदेय स्थल है जिनमें कलगोठ, किमाणा, डुमक, ईराणी, झीझी, पाणा, कलसीर, डुमक, जखोला, पगनो आदि है। थराली विधान सभा निर्वाचन में तोरती, हरमल, बमियाला, सुतोल, बुरा, रामणी, पगना, घेस, वाण आदि सहित 25 मतदेय स्थल ऐसे है जो हिमाच्छदित हो सकते है। कर्णप्रयाग विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में पज्याणा, चैरा, सेण, डोटल, बरतोली, कंडारी, घोट, समेत 19 मतदेय स्थल ऐसे चिहिंत किये गये है जो हिमाच्छादित हो सकते है।

जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी बीके सुमन ने बताया कि दूरस्थ मतदेय स्थलों पर पहुंचने के लिए तीन दिन पहले टीम रवाना होगी कही पर खच्चरों और कुलियों से भी ईवीएम पहुंचायी जायेगी। बदरीनाथ के दुरस्थ क्षेत्रों मे बदरीनाथ 417 थराली 399 व कर्णप्रयाग 194 कुली लगाये गये है। कुछ स्थानों पर खच्चर भी लगाये गये है। टार्च, छतरी और विंड चटर भी ऐसे दुरस्थनों के लिए दिए गये है।