देहरादून। डायनमो ब्रेन बूस्टर बच्चों की थर्ड आई खोलने में उन्हें तैयार कर रहा है। इसी का नतीजा है कि दून निवासी लक्षित अरोड़ा आंख में पट्टी बांधकर सबकुछ बता रही है। मंगलवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डायनमो ब्रेन बूस्टर की अध्यक्ष सुमन सैनी ने बताया कि आठ साल की लक्षिता अरोड़ा ने इस कला में माहीर हो गई है। जिसकी बदौलत वह बिना देखे सभी कार्य आसानी से कर सकती है। उन्होंने बताया कि डायनमो ब्रैन बूस्टर शहर के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले छत्र-छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है।
असंभव कार्य मिडब्रेन एक्टीवेशन तकनीक के द्वारा संभव है जो कि जापान में प्राचीनकाल से चली आ रही है। अब वर्तमान में डायनमो द्वारा भारत में भी इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मिडब्रेन एक्टीवेशन तकनीक लेने से बच्चों की मेमोरी शार्प होती है। साथ ही एकाग्र क्षमता बढ़ती है। क्रिएटिव तकनीक लेने से बच्चों को पढ़ाई से होने वाले तनाव से बचाव होता है। इस अवसर पर उनके साथ आरुषि, शिवी, संगीता अरोड़ा व अन्य लोग मौजूद रहे।