उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू करवाती डाट काली मंदिर की सुरंग

    देहरादून, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटक और प्रवासियों के लिए राजधानी देहरादून में प्रवेश करते ही समझ में आ जाएगा कि वह उत्तराखंड पहुंच गए हैं। उत्तराखंड मे आने वाले बाहरी प्रदेशों के सैलानियों के स्वागत के लिए उत्तराखंड की संस्कृति के दर्शन प्रवेश द्वार पर ही होंगे जिसके लिए उत्तराखंड सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है, डाटकाली मंदिर के पास बन रही टनल से गुजरने वाले लोगों को आने वाले दिनों में उत्तराखंड की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।

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    टनल में प्रवेश करने से पहले ही एहसास हो जाएगा कि उत्तराखंड में पहुंच गए हैं। खासकर दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों को प्रदेश की संस्कृति की झलक अपनी ओर आकर्षित करेगी। टनल के बाहर चारधाम की आकृति के साथ ही राज्य के लोक नृत्यों और लोक कलाओं की कलाकृतियां बनाने की योजना है। सरकार टनल को पर्यटन के लिहाज से भी कुछ खास बनाने का प्रयास कर रही है। ऐसे में डाडकाली मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही यात्री टनल के बाहर उत्तराखंड की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करती कलाकृतियों को भी देख सकेंगे।

    मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह बात गढ़वाल सभा के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं कि डाटकाली मंदिर के पास बन रही टनल के प्रवेश द्वार पर उत्तराखंड की लोक संस्कृति की झलक प्रदर्शित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रयास करने की जरूरत है। साथ ही कहा कि इस काम के लिए आर्किटेक्चर टी.एस.असवाल की मदद ली जानी चाहिए। इससे साफ है कि मुख्यमंत्री टनल के प्रवेश द्वार पर उत्तराखंड की संस्कृति को प्रदर्शित करती कलाकृति बनवाना चाहते हैं।