गंगा की लहरो पर रोमांच का सफर इस बार देवप्रयाग के संगम में होगा , लेकिन साहसिक पर्यटन से एक बार फिर सूबे की दशा को पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो गयी है , ऋषिकेश की गंगा के लहरो पर रोमांच के खेल कयाक सफरिंग का “इंटरनेशनल गंगा कयाक फेस्टिवल 17 से 18 फरवरी शुरू हो रहा है जिसमे देश -विदेश से कई प्रतिभागी शिरकत कर रहे है।
द एडवेंचर स्पोर्ट सोसाइटी के द्वारा देव प्रयाग के संगम पर भागीरथी और गंगा की खतरनाक लहरो पर इंटरनेशनल कयाक फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है,जिसमे कई देशो के प्रतिभागी हिस्सा लेने पहुंच रहे है गौरतलब है कयाक एक छोटी नाव होती है जिसमे एक व्यक्ति ही बैठकर लहरो की सवारी करता है पहाड़ी धाराओ में उफनती नदियों में इस खेल को खेला जाता है। विदेशी प्रतिभागी गंगा की लहरो के इस रोमांच पर कयाकिंग करके काफी खुश होते इस बार इस कायाक फेस्टिवल को देवप्रयाग से शुरू किया जा रहा है जिस से वह भी पर्यटन की नयी शुरुवात हो सके।
वही इंटरनेशनल गंगा कयाक फेस्टिवल के आयोजको के अनुसार इस बार के फेस्टिवल में मलेशिया ,यूरोप ,फिनलैंड नार्वे ,कनाडा सहित कई देशो के प्रतिभागी शिरकत करने के लिए अपनी एन्ट्री करा चुके है और ये फेस्टिवल भारत का सबसे बड़ा फेस्टिवल बनता जा रहा है। जिस में दिन प्रति दिन देशी विदेशियो की रूचि बनती जा रही है ,उत्तराखंड में भी कयाकिंग में युवाओ की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है।
लहरो के रोमांच का मजा क्या होता है ये देखना हो तो चले आईये ऋषिकेश जहां 2 दिनों तक देशी-विदेशी कायाक अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे और भारत में तेज़ी से लोकप्रिय हो रहे इस एडवेन्चर गेम के जरिये सुन्दर उत्तराखंड , सुरक्षित उत्तराखंड का मेसेज देंगे।