ऋषिकेश, देवभूमि के प्रवेश द्वार ऋषिकेश को चार धाम यात्रा का प्रवेश द्वार भी कहते हैं, यही कारण है यहां साल भर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री देश विदेश से आते हैं। लगातार चार धाम यात्रा मार्गों पर खराब खाने और मिलावट की शिकायत से यात्री परेशान थे लेकिन इस बार की चारधाम यात्रा में खाद्य विभाग ने कमर कस ली है। फूड टेस्टिंग वाहन से मिलावटखोरी पर जल्द ही शिकंजा कसा जाएगा।
यात्रा शुरू होते ही सड़कों पर ऐसे वाहन यात्रा मार्गों पर खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर तुरंत ही उसकी जांच करके मिलावटखोरी पर लगाम लगा सकेंगे। चार धाम यात्रा के दौरान खाद्य पदार्थों में मिलावट खोरी पर रोकथाम को विभाग यात्रा मार्ग पर फूड टेस्टिंग वाहन संचालित करेगा, इस वाहन में उपलब्ध मशीनों से खाद्य पदार्थों में मिलावट का तत्काल पता लगाया जा सकेगा। हालांकि प्रतिष्ठान संचालक के खिलाफ कार्यवाही लैब रिपोर्ट आने के बाद ही अमल में लाई जाएगी।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी जीसी कंडवाल के अनुसार, “फूड टेस्टिंग वाहन के द्वारा खाद्य पदार्थों की तत्काल चेकिंग की जाएगी और मिलावट है या नहीं इसका मौके पर ही पता लग जाएगा, जिससे मिलावटी खाने को तुरंत मौके पर ही नष्ट कर दिया जाएगा और लोगों में इसके दुष्प्रभाव को रोका जा सकेगा। साथ ही ₹50 शुल्क देकर कोई भी व्यक्ति खाद्य पदार्थों की जांच करा सकता है। जांच में पदार्थ में मिलावट पाए जाने पर लैब की रिपोर्ट के आधार पर संबंधित दुकानदार पर कार्रवाई की जा सकेगी।”
सालों से निष्क्रिय पड़े खाद्य विभाग के लिए यह पहल कहीं ना कहीं रंग लाएगी और बाहर से आने वाले यात्रियों में भी एक भरोसा कायम होगा।