हरिद्वार। प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में बदले मौसम के मिजाज का असर प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी देखने को मिला। मैदानी इलाकों में हुई बारिश से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। बारिश के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी पर किसानों के लिए बारिश कहर बनकर आई। बारिश के कारण गेहूं की फसल का काफी नुकसान हुआ।
तीर्थनगरी हरिद्वार में रविवार को ही मौसम ने करवट बदल ली थी। सोमवार की सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए रहे और दोपहर तक जमकर बारिश हुई। बारिश में कारण पारा लुढ़क गया और लोगों को गर्मी से राहत मिली। लोगों को भले ही बारिश के कारण गर्मी से राहत मिल गई, पर किसानों के लिए बारिश किसी कहर से कम साबित नहीं हुई। बारिश के कारण खेतों में खड़ी किसानों की फसल को बारिश ने नुकसान पहुंचाया। सबसे अधिक नुकसान खेतों में पड़ी कटी फसल का हुआ। तेज हवा चलने के कारण खेतों में खड़ी फसल बारिश के कारण गिर गई। किसान जयपाल, मोहल्लड़, राजकुमार आदि का कहना था कि बारिश के कारण उनकी साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया।
राजकुमार की फसल जहां तेज हवा के चलने से गिर गई। मोहल्लड़ के खेत में पड़ी कटी फसल को भी नुकसान पहुंचा। बारिश भले ही आम आदि फसलों के लिए अच्छी साबित हुई, किन्तु गेहूं की फसल को बारिश ने खासा नुकसान पहुंचाया। फिलहाल जिस प्रकार से मौसम का मिजाज दिखाई दे रहा है, उससे मंगलवार को भी बारिश की संभावना बनी हुई है।