हरिद्वार। अक्षय पुण्य फल प्राप्ति के लिए अक्षय तृतीय को श्रेष्ठ माना गया है। इस दिन दान-पुण्य करने का अक्षय पुण्य फल शास्त्रों में बताया गया है। इस बार 18 अप्रैल को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन तृतीया तिथि पूरे दिन रहेगी।
ज्योतिषाचार्य डा. प्रदीप जोशी के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। अक्षय तृतीया के दिन जो भी दान-पुण्य किये जाते हैं, उनका क्षय नहीं होता। इस दिन को विवाह, दान व खरीदारी के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इस बार अक्षय तृतीया पर विशेष योग बन रहा है। इस बार अक्षय तृतीया पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो कार्यों की सिद्धि के लिए शुभ माना जाता है।
डा. जोशी के अनुसार, इसी दिन भगवान विष्णु के अवतार परशुराम भगवान का जन्म भी हुआ था। इस दिन को परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन सोना खरीदने से घर में खुशहाली आती है। इस बार की अक्षय तृतीया पूर्ण है यानि पूरे दिन भर दान करना और सोने की खरीदारी की जा सकती है। पर्व का मूहुर्त सुबह 04 बजकर 47 मिनट से 19 अप्रैल की रात्रि 03 बजकर 03 मिनट तक रहेगा। अक्षय तृतीया को दान-पुण्य, गंगा स्नान के अतिरिक्त भगवत भजन करना श्रेयस्कर होता है।