विकासनगर। एनसीआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने के लिए निजी शिक्षण संस्थानों की हीलाहवाली पर अब शिक्षा विभाग ने सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है। इसके साथ ही इन दिनों आरटीई के तहत निजी शिक्षण संस्थानों के पंजीकरण संबंधी दस्तावेज भी खंगाले जा रहे हैं। आरटीई के लिए आन लाइन पंजीकरण की व्यवस्था होने के बाद से ही कई शिक्षण संस्थानों द्वारा पंजीकरण नहीं कराए जाने की शिकायतें भी विभागीय अधिकारियों के कानों तक पहुंच रही हैं। लिहाजा अब निजी शिक्षण संस्थान के संस्थाध्यक्षों की बैठक लेकर उन्हें एनसीआरटी व आरटीई के मानकों का पालन करने की नसीहत दी जा रही है। साथ ही सरकारी नियमों की अवहेलना होने पर सख्त कार्रवाई को चेताया जा रहा है।
इसी कड़ी में गुरुवार को ब्लाक संसाधन केंद्र में आरटीई के तहत नए प्रवेश के लिए की जा रही कवायद व पिछले अवशेष भुगतान के लिए मय दस्तावेज पहुंचे निजी शिक्षण संस्थान के संस्थाध्यक्षों व अन्य प्रतिनिधियों को अपने विद्यालयों में एनसीआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने की नसीहत दी गई। साथ ही प्रत्येक विद्यालय को आरटीई के लिए आन लाइन पंजीकरण कराने को कहा गया है। दस्तावेजों की पड़ताल कर रहे बीआरपी योगेंद्र नेगी व प्रकाश चौहान ने कहा कि आरटीई के तहत प्रवेश देने से आनाकानी करने वाले संस्थानों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। साथ ही जो संस्थान एनसीआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने में हीलाहवाली कर रहे हैं उनकी सूची उच्चाधिकारियों को सौंपी जा रही है। बताया कि ब्लाक में संचालित प्रत्येक शिक्षण संस्थान को सरकारी नियमों का पालन करना अनिवार्य है। गुरुवार को सर्व शिक्षा अभियान से जुड़े कर्मियों ने एक दर्जन से अधिक निजि शिक्षण संस्थान संचालकों के आरटीई से संबंधित दस्तावेजों की जांच कर नए सत्र में नियमानुसार प्रवेश देने की नसीहत दी। साथ ही प्रत्येक विद्यालय में एनसीआरटी के पाठ्यक्रम को लागू करना अनिवार्य बताया। इस दौरान राजकुमार, देवेंद्र चौहान, राजेश, सुनील आदि मौजूद रहे।