ऋषिकेश। पर्यटकों के सैलाब और श्रद्वालुओं की जबरदस्त भीड़ के चलते शनिवार को ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग पर जबरदस्त जाम रहा। जाम को खुलवाने में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गए। व्यापारी नेता ललित मोहन मिश्रा और सामाजिक कार्यकर्ता अनिल किंगर ने चन्द्रभागा पुल के समीप व्यवस्थाओं को बनाने में मदद की।
चारधाम यात्रा के शुरुआती दौर मे ही ट्रैफिक जाम ने शहरवासियों सहित पर्यटकों एवं श्रद्वालुओं की हालत पतली कर दी है। राफ्टिंग के लिए पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ के साथ तीर्थाटन के लिए जिस प्रकार देश के विभिन्न प्रांतों से यहां श्रद्वालु पहुंचे, उससे नगर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई। दिनभर धर्मनगरी हैवी जाम से कराहती रही। गौरतलब है कि नगर की सड़कों पर जाम की समस्या नासूर बन गई है। रोजाना लग रहे जाम से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यातायात पुलिस इस बीमारी का इलाज कर पाने में विफल साबित हो रही है। जिसका खामियाजा नगरवासियों एवं राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। कुछ ऐसा ही हाल शनिवार को नगर की सड़कों पर हुआ। सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ा तो यातायात व्यवस्था पलक झपकते ही बेपटरी हो गई। सुबह वाहनों की संख्या में इजाफा होते ही सड़कों पर जाम की समस्या उत्पन्न हो गई। घाट चौराहे से तपोवन और कोयल घाटी तिराहे से लेकर रायवाला तक दिनभर वाहनों की लंबी कतार लग गई। वाहनों की लंबी कतार के चलते पैदल चलना भी दुश्वार हो गया। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी नन्हें-मुन्नें स्कूली बच्चों को उठानी पड़ी। स्कूली वाहन घंटों जाम में फंसे रहे। ऐसे में दस मिनट के सफर को लोगों ने एक घंटे से अधिक समय में तय किया। वहीं इस दौरान यातायात पुलिसकर्मियों के इस दौरान व्यवस्था बनाने मे पसीने छूट गये। होमगार्ड के जवान भी व्यवस्था को सुचारू करने में जूझते देखे गए। जाम की समस्या दिन भर बरकरार रही।