(नैनीताल) पिछले कुछ समय से जो लोग अपने निजी वाहनों पर फैंसी नेमप्लेट्स/प्लाकस् के साथ घूमने पर गर्व महसूस करते थे, चाहे वो दोपहिया हो या चारपहिया, उन लोगों को अब उत्तराखंड राज्य पुलिस की तरफ से सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
एसएसपी नैनीताल के निर्देश पर मई की पहली तारीख से इस अनोखे पहल की शुरुआत कर दी गई है, जिसमें नैनीताल ज़िला पुलिस खुद जाकर ऐसी गाड़ियों के नेमप्लेट/प्लाकस् जो किसी भी स्थिति/विभाग/ सामाजिक/धार्मिक/संस्था/मानवाधिकार या किसी भी प्रकार का राष्ट्रीय प्रतीक को दर्शाएगा चाहें वह सामने हो या वाहन के पीछे, उस नेमप्लेट/प्लाक को हटाऐंगे और उस गाड़ी का चालान भी काटा जाएगा। यह कानून केवल सरकारी गाड़ियों पर लागू नहीं होगा।
आपको बतादें कि इस नियम की खास बात यह है कि चाहें वह स्थानीय लोग हों या फिर बाहर के लोग जिस किसी की भी गाड़ी पर नेमप्लेट/प्लाक होगा उसके खिलाफ पुलिस एक्शन लेगी। इस नियम के शुरु होने के 48 घंटे के अंदर हल्द्वानी पुलिस ने ऐसी चार गाड़ियों को नेमप्लेट निकाल भी दिए और गाड़ी मालिकों के चालान भी काटे गए।
न्यूज़पोस्ट से बातचीत में एसएसपी खंडूरी जिन्होंने नैनीताल जिले में बहुत सी नई पहल की शुरुआत की है उन्होंने कहा कि, “पहले हम यह नियम 15 दिन के लिए मिशन मोड की तरह देखेंगे,और अभी तक यह नियम नैनीताल ज़िले में ही लागू होगा।किसी भी तरह का नेमप्लेट/प्लाक लगाना कानून का उल्लंघन करना है, सरकारी गाड़ियों को छोड़कर हम किसी भी गैरकानूनी काम को ज़िले में नहीं पनपने देंगे।”
नैनीताल में इस बदलाव को देखते-देखते देहरादून और उधमसिंह नगर ज़िलों में भी इस कानून को लागू कर दिया गया है। कल शाम देहरादून को 8 जोन्स में बांटा गया है और महज़ चार घंटों में शाम के 4 बजे से 8 बजे के बीच 105 वाहनों का चालान काटा गया अौर 34 वाहनों के नेमप्लेट/प्लाक उतारे गये।
यह अनूठी पहल न केवल राज्य के खजाने को भरने में मददगार साबित होगी बल्कि गाड़ी चलाने वालों को यातायात नियमों और विनियमों से भी रुबरु कराएगी जो आगे चलकर सुरक्षित सड़कों का कारण बनेंगे।