हरिद्वार। हरिद्वार की सड़कों पर लगातार बैटरी चलित रिक्शाओं की संख्या बढ़ने से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। गली मौहल्लों की सड़कों पर जगह-जगह बैटरी चलित रिक्शाओं की कतारें लगी रहती है। कम उम्र के युवक इन बहानों को सड़कों पर नियमों को ताक पर रखकर दौड़ाने में लगे हुए हैं।
सड़कों पर अधिकांश बैटरी चलित रिक्शाओं की बढ़ती संख्या के कारण यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। मोती बाजार, अपर रोड, भूपतवाला, कनखल एवं उपनगरी ज्वालापुर के क्षेत्रों में बैटरी चलित रिक्शाओं की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। परिवहन विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बढ़ती संख्या यातायात पर प्रतिकूल असर डाल रही है। निजी वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण यातायात बुरी तरह से अवरुद्ध रहता है। यातायात पुलिस रूट निर्धारित नहीं कर पा रही है जिन कारणों से जगह-जगह भारी संख्या में निजी वाहन सड़कों पर खड़े रहते हैं। मुख्य सड़कें बैटरी चलित रिक्शा से घिरी रहती है। शहर की सड़कों पर लगातार सवारी वाहन बढ़ने के कारण अनेकों दिक्कतें पैदा हो रही है। हरिद्वार के व्यस्तम बाजारों में जगह-जगह बैटरी चलित रिक्शायें धड़ल्ले से घूम रही है। जबकि बैटरी चलित रिक्शाओं के अलावा जुगाड़ वाहनों की संख्या भी शहरी क्षेत्र में बढ़ती जा रही है। मोटरसाईकिल को सवारी वाहन व माल वाहक वाहन बनाकर सड़कों पर उतारा जा रहा है। इस ओर यातायात पुलिसकर्मी भी कोई ध्यान नहीं देते है। यातायात पुलिसकर्मी के अलावा सीपीयू भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। शहरी सड़कों पर जुगाड़ वाहनों का प्रवेश बढ़ रहा है। अंकुश नहीं लगने के कारण तरह-तरह के जुगाड़ वाहन सड़कों पर देखे जा सकते है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे जुगाड़ वाहनों पर कार्यवाही होनी चाहिये जो कि अनाधिकृत तरीके से शहर की सड़कों पर धडल्ले से सरपट दौड़ रहे है। पुलिस ऐसे वाहन चालकों पर कोई कार्यवाही नहीं करती है।