शिमला पार्ट 2: नैनीताल में लगे ”नैनीताल हाउसफुल” के बैनर

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(नैनीताल) इस वक्त जब सूरज आग बरसा रहा है और चारों तरफ से पर्यटक सरोवर नगरी नैनीताल की तरफ अपना रुख कर रहे हैं, ऐसे में यह शहर आपका स्वागत “नैनीताल में आपका स्वागत है” के बजाय, “नैनीताल हाउसफुल” के बैनर से आपका स्वागत हो तो शायद आपको अटपटा सा लगे?

स्थानीय पुलिस द्वारा टांगाया गया यह बैनर, हिंदी में था और यह नैनीताल आने वाले पर्यटकों से अपने वाहनों के साथ हिल-स्टेशन में प्रवेश न करने का अनुरोध कर रहा था। कारण था शहर में सभी गाड़ियों की पार्किंग फुल हो चुकी थी। नैनीताल में लगभग 12 पार्किंग स्थल है जिनकी कुल क्षमता 2000 चार पहिया वाहनों के खड़ी होने की है। जबकि इस वक्त शहर में हर दिन 3,000 से 4,000 पर्यटक अपनी गाड़ियां लेकर शहर में पहुंच रहे हैं। यह संख्या तेजी से तब बढ़ जाती हैं जब विकेंड पर दिल्ली और उत्तर प्रदेश से पर्यटक यहां पहुंचते हैं।

एक साथ आ रहे बाहरी पर्यटकों की वजह से बढ़े ट्रैफिक को सुचारु रुप से चलाने के लिए स्थानीय अधिकारियों ने आखिरकार यह बैनर टांगे जिसपर पर्यटकों को शहर के सीमा से बाहर अपनी गाड़ियां छोड़ने का अनुरोध किया जा रहा है।

इस बारे में और बताते हुए नैनीताल एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि, “ट्रैफिक बहुत ज्यादा बढ़ जाने पर उसको रोकने के लिए हमें ऐसा करना पड़ा, जैसा कि वीकेंड पर नैनीताल ज्यादातर पर्यटकों से भरा होता है लेकिन कुछ हफते पहले ट्रैफिक बहुत ज्यादा था तो इस रोकने के लिए हमने ऐसे बैनर टांगे।”  खंडूरी ने कहा कि, “शहर में जब पार्किंग के लिए जगह नहीं है तो हम पर्यटकों को उनकी गाड़ी के साथ कैसे अंदर जाने दें, लेकिन फिर भी जिन लोगों की पहले से बुकिंग थी उन्हें हमने जाने दिया ताकि वह अपना समय ठीक तरह से गुज़ार सकें।” आपको बतादें कि एसएसपी नैनीताल ने बढ़ते ट्रैफिक और नैनीताल की वाहन क्षमता पूरी हो जाने पर यह कदम उठाया।

इंस्पेक्टर इंचार्ज ट्रैफिक महेश चंद्र ने बताया कि, “नैनीताल क्रॉसिंग, काठगोधम पुलिस चौकी क्रॉसिंग, भीमताल क्रॉसिंग और अन्य जैसे सड़के जो नैनीताल की तरफ आती है उनपर यह बैनर लगाएं है। नैनीताल में इस ट्रैफिक प्रेशर का पता इसी बात से चलता है कि लगभग 6000 गाड़ियां शहर से बाहर गई। जब शहर में मौजूद लिमेटेड पार्किंग स्थल भर जाती हैं, तो हमारे पास इस तरह के उपाय करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचता है

वहीं होटल व्यापार से जुड़े लोगों ने प्रसासन के इस कदम में भी मार्केटिंग का अंदाज़ तलाश कर लिया है। शहर के होटल लोगों को अब बेहतर कमरे और शानदार व्यू के लिये नहीं बल्कि होटल में पार्किंग की जगह से आकर्षित करने में लगे हैं। शहर के नामी होटल शेवरोन के जेनरल मैनेजर ळैलेंद्र का कहना है कि “हमारे होटल में 30 कमरे हैं और 55 गाड़ियों की पार्किंग। शहर में जबसे ये बात हुई है कि पार्किंग के बिना गाड़ियां नही आ सकती तो हमे ग्राहकों को ये बताना ज़रूरी था कि हमारे यहां पार्किंग की कोई दिक्कत नही है।”

अधिकारियों ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा उठाया गया यह कदम बीते अप्रैल में उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा जारी निर्देशों का पालन करता है। पहाड़ी शहर में यातायात की समस्या को दूर करने में असफल रहने के लिए राज्य सरकार को खींचते हुए, उच्च न्यायालय ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि “नैनीताल में आने वाले लोग अपने गाड़ियों के साथ आने से पहले गाड़ियों की पार्किंग के लिए व्यवस्था कर सकते हैं।” अदालत ने अधिकारियों को कम से कम चार राष्ट्रीय समाचार पत्रों और चैनलों में इसका विज्ञापन करने का निर्देश दिया था और यह भी प्रचार किया था कि जो लोग “प्री पार्किंग की व्यवस्था नहीं कर सकते हैं, उन्हें अपनी गाड़ियों को शहर में लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”

आपको बतादें कि इससे पहले, उच्च न्यायालय ने 2017 में प्रशासन को नैनिताल में आने से पहले पार्किंग स्लॉट बुक करने में लिए एक ऐप बनाने के लिए कहा था। अदालत ने इससे पहले, जिला प्रशासन को ऐसे सभी होटल, गेस्टहाउस और घरों को सील करने का निर्देश दिया था जो अपने टूरिस्ट को पार्किंग की व्सवस्था नहीं देते हैं।