देहरादून। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने अतिक्रमण अभियान को लेकर भाजपा सरकार के मंशा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझ कर गरीब व बेवस लोगों को परेशान कर रही है, लेकिन बड़े भूखण्डों पर हाथ रखने में डर रही है।
चेतना आंदोलन के बैनर तले उत्तरांचल प्रेस क्लब में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में यह आरोप कांग्रेस नेता किशोर उपाध्याय ने प्रदेश सरकार पर लगाया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद, शहर में चलाए जा रहे अतिक्रमण अभियान सरकार की एक सोची-समझी चाल है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अतिक्रमण के अभियान को कमजोर नहीं बनाना चाह रहे हैं बल्कि इसे पुख्ता कर ऐसे अतिक्रमण हटाने पर जोर डालना चाहते हैं जिससे वास्तव में शहर की तस्वीर साफ सुथरी हो सके।
उन्होंने कहा कि गरीब और बेबस लोगों को अतिक्रमण के जरिए सताया और परेशान किया जा रहा है। अगर प्रदेश सरकार अतिक्रमण हटाना चाहती है तो पहले अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई वहां से शुरू की जानी चाहिए थी जहां लोगों ने बड़े-बड़े भूखंडों पर अपना कब्जा जमाया हुआ है और अतिक्रमण किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वास्तव में सरकार बड़ी मछलियों पर हाथ डालने से घबरा रही है जिसकी वजह से आम जनता को परेशानी हो रही है।