जयराम आश्रम में 35 ब्रह्मचारियों का हुआ उपनयन संस्कार

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ऋषिकेश, गंगा तट स्थित श्री जयराम आश्रम में 35 नए ब्रह्मचारियों का उपनयन संस्कार किया गया। श्री जयराम संस्कृत महाविद्यालय में संस्था के परमाध्यक्ष ब्रह्मास्वरूप ब्रह्माचारी के सानिध्य में नए ब्रह्मचारियों को प्रवेश दिया गया था। जिनका रविवार को आचार्य मायाराम रतूड़ी ने विधि-विधान के साथ उपनयन संस्कार संपन्न कराया।

ब्रह्मस्वरूप ब्रह्माचारी महाराज ने सभी ऋषि कुमारों को भारतीय संस्कृति का अनुसरण करने को कहा। उन्होंने कहा कि नव आगंतुक सभी छात्र संस्कृति की समृद्धि का संकल्प लेकर अपने पूर्वजों, माता-पिता एवं गुरुजनों की ख्याति को आगे बढ़ाएं। विद्या ही सर्वश्रेष्ठ धन है। सफलता की एकमात्र कुंजी कठिन परिश्रम ही होता है।

इसी के बूते सफलता के ऊंचे मुकाम हासिल किए जा सकते हैं। गौ, गंगा और गायत्री के उत्थान के लिए आश्रम लगातार कार्य करता आया है। भारतीय दर्शनशास्त्र को बढ़ावा देने के लिए आश्रम के प्रयास सदैव जारी रहेंगे। उन्होंने नव प्रवेशी ब्रह्मचारियों के बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।