ऋषिकेश, थाना मुनिकीरेती पुलिस ने विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक युवक को ढालवाला से फर्जी दस्तावेजों के साथ कबूतरबाजी में रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है।
थाना मुनीकीरेती में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी जे.पी जुयाल ने दी। उन्होंने बताया कि 17 जून को ओम प्रकाश पुत्र पीताम्बर दत ने थाना थानामुनि कीरेती में दी गई तहरीर में कहा था कि यशपाल सिंह नेगी नाम के व्यक्ति द्वारा फेसबुक पर विदेश में नौकरी करने हेतु संपर्क करने के संबंध में एक पोस्ट 2018 में डाली थी। जिसमें अपना नंबर भी दिया था।जिससे संपर्क कर वह ढालवाला स्थित थलवाल कांपलेक्स की तीसरी मंजिल पर गए थे।जहां यश ग्रुप ऑफ होटल मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट था। थाईलैंड में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उससे एक लाख 31 मार्च 2018 को चेक के माध्यम से लिए गए थे।फिर कुछ दिन बाद उन्होंने कहा कि तुम्हारा थाईलैंड जाना कैंसिल हो गया है। तुम्हें मकाऊ भेज रहे हैं ।जिसके लिए दो लाख और दिए गए। जिसके बाद 28 अप्रैल 2018 को वादी को टूरिस्ट वीजा देकर मकाऊ भेजा गया और कहा कि वहां तुम्हें वर्किंग वीजा मिल जाएगा।लेकिन उन्हें 10 दिन मकाउ में रहने के बाद कोई नौकरी न मिलने के कारण वह वापस भारत आ गया।
वादी द्वारा यह भी बताया गया कि इस प्रकार गौरव काला निवासी भोगपुर और सूरज सिंह निवासी गुमानीवाला से भी विदेश भेजने के नाम पर धनराशि लेकर धोखाधड़ी की है। इस संबंध में थाना मुनी रेती मे धोखाधड़ी और ऐमीग्रेशन एक्ट की धारा 24 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।
यशपाल नेगी पुत्र गब्बर सिंह नेगी को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरोपी को पकड़ को पकड लिया गया। ।जिसके बाद जिनके पास से धोखाधड़ी से सम्बंधित पेपर ,बैंकों के चेक, पासबुक, पैन कार्ड, मोहरे आदि भी बरामद की गई की गई। गिरफ्तारी होते ही पुलिस द्वारा अभियुक्त से संबंधित बैंक के5 खाते भी सीज करवाए गए।
अभियुक्त ने बताया कि वह 12वीं पास है तथा उसकी पत्नी पूनम नेगी ने यस एजुकेशन वेलफेयर सोसाइटी के नाम से कोटद्वार में कार्यालय भी खोला था। वहां भी कुछ लोगों के साथ उनके द्वारा धोखाधड़ी किये जाने के बाद उन्होंने वर्ष 2015 में यश ग्रुप ऑफ हॉस्पिटेलिटी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के नाम से सोसाइटी पंजीकृत करा कर ढालवाला के थलवाल कांपलेक्स में 2-3 कमरे किराए पर लिए और यहीं से उन्होंने अपने कारोबार को बढ़ाया।
इस कार्य में उनकी पत्नी पूनम नेगी और ढालवाला निवासी युवती लक्ष्मी कैंतुरा भी प्रमुख सहयोगी रही है। यहां से इन लोगों ने विदेश भेजने के नाम पर 50 से अधिक बेरोजगार युवकों से डेढ़ लाख से तीन लाख तक की वसूली की है। युवकों को वह टूरिस्ट वीजा पर कंबोडिया, थाईलैंड, मलेशिया ,मकाऊ भेजा करते थे।वहां के एजेंट युवाओं को एक-दो दिन रखकर कोई बहाना बनाकर वापस भारत भेज देते थे। जिसके बाद यशपाल नेगी उनका फोन रिसीव नहीं करता थाऔर फोन ऑफ कर देता था। इस दौरान इन लोगों ने ढालवाला स्थित कार्यालय भी बंद कर दिया।यशपाल नेगी,लक्ष्मी कैंतुरा को लेकर राजनगर एसोसिएट गाजियाबाद में फ्लैट लेकर अपना नेटवर्क चला रहा था।