मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी अब बुलेट प्रूफ सुरक्षा मिल गई है। बुधवार को उनके काफिले में बुलेट प्रूफ फॉरचुनर कार शामिल कर ली गई। इसी कार से मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंचे। इंटेलीजेंस की सलाह पर सुरक्षा के मद्देनजर तीन नई बुलेटपप्रूफ कार खरीदी गई हैं। शेष दो कार अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा के लिए रखी गई हैं।
प्रदेश में इस समय अतिविशिष्ट लोगों के आने पर अन्य राज्यों से बुलेटप्रूफ वाहन मंगाने पड़ते हैं। इसे देखते हुए कुछ समय पहले खुफिया महकमे ने तीन नए बुलेटप्रूफ वाहन मंगवाए थे। पिछले कुछ समय से इनकी टेस्टिंग की जा रही थी। अब इन्हें उपयोग के लिए उपयुक्त पाया गया है। इनमें से एक कार को मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल कर लिया गया है।
बुधवार से इसी कार से मुख्यमंत्री सचिवालय आए। इस कार को बुलेटप्रुफ बनाने के बाद इसकी कीमत तकरीबन 70 लाख रुपये बताई जा रही है। एडीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार का कहना है कि महकमे को तीन नई वाहन मिल चुके हैं। इन वाहनों के मिलने से अब दूसरे राज्यों का मुंह नहीं ताकना पड़ेगा। विशेषकर वीवीआइपी दौरे के दौरान अब पर्वतीय क्षेत्रों पर जाने के लिए अपने वाहन होंगे।
दो कारों का नहीं हुआ उपयोग पुलिस महकमे के पास अभी दो बुलेटप्रूफ अंबेसडर कार हैं। इनका बहुत अधिक उपयोग नहीं हो पाया है। दरअसल, बुलेटप्रूफ बनाने के बाद ये कारें इतनी भारी हो गई हैं कि थोड़ी सी चढ़ाई में ही हांफने लगती हैं।