उत्तराखंड पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन शिनाख्त अभियान सोमवार को सम्पन्न हो गया। इस अभियान के तहत गठित पुलिस टीमों ने कुल 68 अज्ञात शवों की शिनाख्त किया है। इसके अतिरिक्त अभियान के अन्तर्गत कुल 424 गुमशुदा लोगों को बरामद किया गया।
अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार के निर्देशन में एक मई 2018 से 20 जुलाई 2018 तक राज्य में वर्ष 2015 से 31 मार्च 2018 तक बरामद लावारिस शवों तथा गुमशुदाओं के मिलान के लिए “ऑपरेशन शिनाख्त” अभियान चलाया गया। अभियान का उद्देश्य राज्य में इस समयावधि में बरामद लावारिस शवों के हुलिये व अन्य विवरण का मिलान गुमशुदा व्यक्तियों से करना तथा शवों की शिनाख्त करना था। “ऑपरेशन शिनाख्त” अभियान में समस्त जनपदों के साथ- साथ रेलवे पुलिस ने भी सहयोग किया। एडीजी ने बताया कि प्रदेश में कुल 14 टीमों का गठन किया गया था।
एडीजी ने बताया कि राज्य के गुमशुदा एवं अज्ञात शवों की जानकारी आम जनता तक पहुंचाये जाने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचार-प्रसार किया गया। टीमों के मेहनत से “ऑपरेशन शिनाख्त अभियान” में कुल 68 (उत्तराखण्ड-42 व अन्य राज्य-26) अज्ञात शवों की शिनाख्त की गयी है। इसके अतिरिक्त अभियान के अन्तर्गत कुल 424 गुमशुदा लोगों को बरामद किया गया है।
समापन समारोह में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनिल के. रतूड़ी ने कहा कि पुलिस के दायित्व विशेष रुप से शान्ति व्यवस्था, अपराध नियन्त्रण आदि हैं, जिसमें अधिकारी/कर्मचारी व्यस्त रहते हैं। इसके बीच एकाग्रता रखते हुए इस महत्तवपूर्ण विषय पर कार्य करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। इस प्रकार के कार्यों से पुलिस का मानवीय चेहरा भी सामने आता है, इसलिए समय-समय पर हम ऐसे अभियान चलाते हैं। ऑपरेशन शिनाख्त और गुमशुदाओं की तलाश करना इन दोनों विषयों पर यह एक अभियान चलाया गया था। मुझे खुशी है कि पुलिस ने अपना कार्य बड़ी लगन और मेहनत से किया है। डीजीपी ने ऑपरेशन शिनाख्त अभियान में 16 अज्ञात शवों की शिनाख्त कराने पर जनपद पौड़ी गढ़वाल पुलिस टीम को पुरस्कार की घोषणा की है।