दिल्ली में जीवित होगी कुमाऊं नरेश बाज़ बहादुर की जीवन गाथा

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दिल्ली के लोगों के लिये इस वीकेंड पर पहाड़ों की सांस्कृतिक विरासत को करीब से जानने का एक खास मौका होगा। शुक्रवार को पहली बार दिव्य दीक्षा- सेंटर फॉर पर्फॉर्मिंग आर्टस द्वारा कुमाऊं के मशहूर राजा बाज़ बहादुर चंद के जवीन पर आधारित एक नाटक का मंचन करेगी, निर्देशक अमित सक्सेना हैं।

इस नाटक के पीछे नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के छात्र रह चुके अमित सक्सेना की सोच और मेहनत है।राजा बाज़ बहादुर को कुमाऊं से शुरु होने वाली नंदा राज जात यात्रा शुरु करने का श्रेय जाता है। बाज़ बहादुर से जुड़ी ऐसी बातों ने अमित को चंद साम्राज्य के बारे में और गहराई से जानेन के बारे में प्रेरित किया और इसी का नतीजा रहा ये एक घंटे का नाटक।

इस नाटक में उत्तराखंड की खास पहचान कहे जाने वाले जागर, छलिया आदि नृत्य तकनीको का इस्तेमाल किया गया है। पिछले एक महीने से 15 सदस्यों का दल हर रोज़ 2-3 घंटे रिहर्सल करता है।इस नाटक के तीन प्रमुख किरदार बाज़ बहादुर चंद को कैलाश कुमार, नंदा देवी औऱ रानी कर्णावती को दिव्या उप्रेती और शाह जहां व सुनंदा का किरदार दीक्षा उप्रेती निभा रहीं है। इसके अलावा बैक स्टेज से संगीतकारों और अन्य कलाकारों की पूरी टीम इस नाटक के मंचन में अहम भूमिका निभायेगी।

इस नाटक में बाज बहादुर का मुख्य किरदार निभा रहे कुमार कैलाश अपने रोल को लेकर खासे उत्साहित हैं। इस बारे में वो कहते हैं कि, “मैने पहले भी कुमाऊं के स्थानीय कलाकारों के साथ काम किया है और वो मुझे इस किरदार के लिये तैयारी करने में मददगार साबित हुएे। क्योंकि ये नाटक गढ़वाल और कुमाऊं दोने में केंद्रित है इसलिये एक कलाकार के तौर पर मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी है।”

तोे वो लोग जो पहाड़ों की शान इस राजा और राज जात यात्रा शुरू होने से जुड़ी कहानियों को देखना चाहते हैं, उनके लिये ये एक बेहतरीन मौका है।

तारीख: 27th जुलाई 2018

समय: 6:45 बजे से

जगह: नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली