स्वच्छता एप से भी नहीं हुआ समाधान, छोटे बच्चों ने संभाली कमान

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देहरदून, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान को राजधानी देहरादून में खुलेआम ठेंगा दिखाया जा रहा है। सफाई कर्मचारियों के समय पर कूड़ा न उठाने की वजह से कैंट इलाके में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इससे बीमारियां फैलने की आशंका बढ़ गई है। साथ ही आम लोग बदबू के कारण यहां से गुजरने से भी कतराते हैं। अनदेखी का आलम है कि स्वच्छता अभियान एप पर शिकायत के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। जिम्मेदा​रों की अनदेखी को देखते हुए अब बच्चों ने कमान संभाली है, बच्चों ने इसे लेकर शिकायती पत्र कैंट कोर्ड को भेजा है।

स्वच्छता अभियान को दिखा रहे ठेंगा
राजधानी देहरादून में स्वच्छता अभियान की जितनी धज्जियां गढ़ी कैंट क्षेत्र में उड़ाई जा रही है, वह अन्यत्र दुर्लभ है। हालात यह है कि मेन रोड पर बाजार के बीचोबीच कूड़े के ढेर दिन भर सड़ते रहते है। स्थानीय लोगों द्वारा स्वच्छता अभियान को लेकर आॅनलाइन मोबाइल एप ‘समाधान’ पर इसकी शिकायत भी की गई। लेकिन सभी शिकायतें ठंडे बस्ते में पड़ी हैं। कई-कई बार शिकायतें करने के बाद भी समस्या का समाधान करने का बीड़ा उठाने को कोई जिम्मेदार आगे नहीं आया। अब स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय बच्चों ने समस्या के समाधान की कमान संभाली है। थक हार कर मोहल्ले के छोटे-छोटे बच्चों ने एक शिकायत कैंट बोर्ड में की है।

सीईओ को लिखा पत्र
गड़ी कैंट के बार्ड नंबर सात में कचरे की समस्या को देखते हुए डाकरा बाजार के छोटे-छोटे बच्चों ने कैंट बोर्ड के अध्यक्ष को शिकायत पत्र लिखा है। पत्र के साथ इलाके में फैले कूड़े के फोटो भी भेजे गए हैं। बच्चों ने पत्र में जानकारी दी कि इलाके में बीते काफी वक्त से कचरे के ढेर लगे पड़े हैं, लेकिन कैंट अथॉरिटी के जिम्मेदार अधिकारियों ने इसकी कोई सुध नहीं ली है। बताया कि जंगली जानवरों द्वारा कूड़े का फैला दिया जाता है। जिस कारण सड़कों पर चलता भी दूभर हो गया है। बीमारियों का खतरा भी मंडरा रहा है। ऐसे में समस्या का समाधान बेहद आवश्यक है। बच्चों ले सीईओ को लिखे पत्र में समस्या का निवारण करते हुए गैर जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है।

बीमारियां फैलने का बना डर
कैंट इलाके में कई जगह तो आलम यह है कि सड़कों पर कूड़े के ढेर लग गए हैं। स्वच्छ भारत ​अभियान को ठेंगा दिखाते हुए यहां जिम्मेदार भी आंखे मूंदे बैठे हैं। सफाई की जिम्मेदारी किसी ने भी नहीं समझी, ऐसे में ग्रीन दून क्लीन दून पर यह अनदेखी भारी पड़ती दिखाई दे रही है। पूरी सड़क के दोनों तरफ कचरा सामग्री, आने-जाने वाले लोगों के लिए खतरे का सबब भी बनी हुई है। इससे बीमारियां फैलने का भय बना हुआ है। प्लास्टिक आदि का कचरा जीव-जंतुओं के लिए भी यह घातक सिद्ध हो रहा है। हालांकि मामले में गढ़ी कैंट बोर्ड के सीईओ जाकिर हुसैन का कहना है कि उन्हें इस प्रकार का काई पत्र अभी तक नहीं मिला है। बताया कि अगर ऐसी कोई समस्या है, तो इसका तुरंत समाधान किया जाएगा।