हरिद्वार। धर्मनगरी की सड़कें खस्ताहाल होने के कारण आम आदमी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दुर्घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। बीते 7 सालों से हरिद्वार-दिल्ली हाईवे का काम रुका हुआ है। सड़क पर मौजूद गड्ढों से जनता बेहाल है। अधूरा बना हाईवे अब लोगों को दर्द दे रहा है। सड़कों पर मौजूद गड्ढों से हमेशा ही किसी बड़े हादसे की अशंका बनी रहती है।
हरिद्वार में बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिसके कारण पहले से ही टूटी सड़कों की हालत अब और भी ज्यादा खराब हो चुकी है। सड़कों में बने गड्ढों में बारिश का पानी भरने से कई जगह तालाब बन गये हैं। लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर किचड़ ही कीचड़ हो गया है। जिसके कारण लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लगातार खस्ता हाल होते जा रहे हाईवे से भी यहां के लोग परेशान हैं, लेकिन शासन-प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का विधान सभा क्षेत्र होने के बावजूद भी हरिद्वार शहर में विकास की गति धीमी है। बारिश के मौसम में सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि इन पर चलना मुश्किल हो गया है। धर्मनगरी हरिद्वार देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए धार्मिक आस्था का केंद्र है। यहां पूरी दुनिया से लोग पहुंचते हैं। बावजूद इसके हरिद्वार में सड़कों की हालत खराब है। सड़कों पर आए दिन एक्सिडेंट हो रहे हैं, लेकिन सड़कों की हालत सुधारने के नाम पर केवल वादे और बयानबाजी हो रही है। सड़कों की हालत सुधारने के नाम पर गड्ढों में मिट्टी भर दी जाती है, नतीजा बरसात के मौसम ये सड़कों की हालत और भी बुरी हो जाती है।