झारखंड की तीरंदाज बेटी मधुमिता ने देश को दिया सिल्वर मेडल का तोहफा

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रांची। झारखंड की तीरंदाज बेटी मधुमिता का आज 28 अगस्त को जन्मदिन है। अपने 22वें जन्मदिन पर मधुमिता ने एशियन गेम्स 2018 में तीरंदाजी की महिला कंपाउंड टीम स्पर्धा में दूसरा स्थान प्राप्त कर झारखंड सहित पूरे देश को सिल्वर मेडल का तोहफा दिया है। रामगढ़ जिला के मुकुंदबेड़ा घाटोटांड़ की मधुमिता तोहफे में स्वर्ण पदक देने की तैयारी में थी, लेकिन आखिरी राउंड के औसत प्रदर्शन ने ऐसा होने नहीं दिया। मधुमिता ने साथी खिलाड़ियों ज्योति सुरेखा वेनम और मुस्कान किरार के साथ मिलकर जकार्ता एशियाई खेलों की तीरंदाजी स्पर्धा का पहला पदक दिलाया। फाइनल में भारतीय महिला टीम को दक्षिण कोरिया के हाथों 231.228 अंक से स्वर्ण पदक गंवाना पड़ा। पहले सेट में भारत ने 59.57 की जीत के साथ धमाकेदार शुरुआत की, लेकिन दक्षिण कोरिया ने 58.56 से दूसरा सेट जीतकर मैच में वापसी की। तीसरे सेट में कांटे की टक्कर हुए और मुकाबला 58.58 की बराबरी पर छूटा। आखिरी सेट के आखिरी चरण में 8 और 9 के स्कोर ने दक्षिण कोरिया को 58.55 से सेट और मैच जीता दिया।
रजत पदक जीतने पर झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, खेल मंत्री अमर कुमार बाउरी, पूर्व खेल मंत्री सुदेश कुमार महतो, खेल सचिव मनीष रंजन, विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष पंचम सिंह, पूर्व सांसद तिलकधारी प्रसाद सिंह, भाजपा सांसद रवींद्र राय, सांसद सुनील सिंह समेत झारखंड तीरंदाजी संघ के पदाधिकारियों, खेल प्रशासकों, खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने ढेर सारी बधाईयां और शुभकामनाएं दी हैं।
बेटियों सहित पूरे देश के युवाओं की प्रेरणा बनी मधुमिता
एशियन गेम्स जकार्ता में तीरंदाजी की महिला कंपाउंड स्पर्धा में रजत पदक जीतने के साथ ही मधुमिता झारखंड की बेटियों सहित पूरे देश के युवाओं की प्रेरणा बन गई है। दुनियाभर में भारत के तिरंगे का गौरव बढ़ाने के साथ ही मधुमिता ने मिशाल पेश की है। झारखंड सरकार राज्य की बेटी मधुमिता को 10 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देगी।