ऋषिकेश एम्स में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हमेशा किसी ना किसी कारण से एम्स प्रशासन सुर्खियों में बना रहा है। आज एम्स ऋषिकेश से निकाले गए संविदा कर्मीयों में से एक कर्मी नौकरी से हटाए जाने को लेकर और दोबारा नौकरी बहाल करने की मांग को लेकर पेड़ पर चढ़ गया। जिसे पुलिस ने काफी मशक्क्त कर नीचे उतारा।
बीते कुछ माह पूर्व अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की रोजगार प्लेसमेंट एजेंसी ने आउट सोर्सेज के माध्यम से भर्ती किये गए कई कर्मचारियों को नोकरी से निकाल दिया गया था जिसके बाद से उक्त कर्मचारियों ने बीते 24 अगस्त से पुनः नोकरी पर रखने की मांग को लेकर एम्स के पास धरना प्रारम्भ कर दिया, जिसके बाद भी एम्स प्रबंधन व प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा ध्यान न दिए जाने से गुस्साए आंख से दिव्यांग स्टोर कीपर संविदा कर्मी नवीन बहुगुणा धरना दे रहे साथियों को बिना बताये ही धरना स्थल के पास खड़े विशालकाय पेड़ पर चढ़ गया।
धरना दे रहे कर्मचारियों के हाथ-पैर फूल गए, जिससे गुस्साए साथी कर्मचारियों ने एम्स के मुख्य मार्ग पर बैठ कर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और सड़क पर धरना दे रहे कर्मचारियों को हटाया, वही पेड़ पर चढ़े कर्मचारी नवीन बहुगुणा को नीचे उतारने के लिए भी काफी मशक्क्त करनी पड़ी। वही कर्मचारियों ने एम्स प्रबंधन व प्लेसमेंट एजेंसी पर बिना नोटिस दिए जबरन हटाये जाने का आरोप भी लगाया।
कुछ देर बाद विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल का काफिला वहां से गुजरा विधानसभा अध्यक्ष ने रुक कर धरना दे रहे आउटसोर्सिंग कर्मचारियों से बातचीत करी और उन्हें आश्वासन दिलाया, मौके पर एसङीएम हरिगिरी को बुलाकर सुबह 11:00 बजे एम्स प्रशासन से बात करने के आदेश दिए तब जाकर धरना दे रही है कर्मचारी माने और पेड़ पर चढ़ा कर्मचारी नीचे उतरा।