देहरादून। गति फाउंडेशन संस्था ने उत्तराखंड में हुईं 100 सड़क दुर्घटनाओं पर आधारित डॉक्यूमेंटेशन रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट को एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अशोक कुमार ने जारी किया। 235 पेज की इस डॉक्यूमेंटेशन रिपोर्ट में सड़क दुर्घटनाओं और उनमें होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण सड़कों की स्थिति ठीक न होना बताया गया है। इसके अलावा ओवरलोडिंग, सावधानी न बरतना, वाहनों की स्थिति ठीक न होना, ओवर स्पीड और दुर्घटना के बाद घायलों को मेडिकल हेल्प न मिलना मौतों में वृद्धि के प्रमुख कारण है।
गति फाउंडेशन के अनूप नौटियाल ने बुधवार को रिपोर्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 19 अप्रैल 2017 को देहरादून जिले के त्यूणी में हुई एक सड़क दुर्घटना में 45 लोगों की मौत होने के बाद फाउंडेशन ने यह डॉक्यूमेंटेशन शुरू किया था। इसके बाद अप्रैल से दिसंबर 2017 के दौरान हुई 100 दुर्घटनाओं को लेकर डॉक्यूमेंटेशन किया। उन्होंने बताया कि इन दुर्घटनाओं में जो प्रमुख कारण सामने आए हैं, उनके आधार पर कुछ तात्कालिक और कुछ दीर्घकालिक सुझाव जारी किये गए हैं। नौटियाल ने बताया कि विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के आधार पर यह डॉक्यूमेंटेशन तैयार किया गया है।
डॉक्यूमेंटेशन रिपोर्ट जारी करते हुए एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अशोक कुमार ने इसे गति फाउंडेशन का सराहनीय प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि संस्था ने डॉक्यूमेंटेशन करके इसे एक ऐसे दस्तावेज का रूप दिया है, जो आने वाले समय में बहुत काम आने वाला है। एडीजी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं पुलिस और प्रशासन के लिए वर्तमान समय में एक बड़ी चुनौती बन गई हैं। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि रोड एक्सीडेंट्स में हताहत होने वालों में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। उन्होंने ओवरलोडिंग, ओवर स्पीड और ड्रंक एंड ड्राइव को सड़क दुर्घटनाओं की सबसे वजह बड़ी वजह बताया और कहा कि यदि इन तीनों स्थितियों पर नियंत्रण किया जाए तो सड़क दुर्घटनाओं में आश्चर्यजनक रूप से कमी आ सकती है।