देहरादून। नए साल पर एक और उम्मीद भरी शुरुआत हुई है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत मेधावी छात्राओं को सरकार अब इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की मुफ्त कोचिंग देगी। हर साल 100 प्रतिभावान बेटियों को कोचिंग दी जाएगी।
मंगलवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने ननूरखेड़ा स्थित राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में सुपर-100 नाम के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि पत्थर एक ही होता है, पर एक को मंदिर की सीढ़ियों और दूसरे को गर्भगृह में जगह मिलती है। इस तरह मंदिर की मूर्ति वाले पत्थर को छैनी व हथौड़ी की चोटों से तराशा जाता है और वह पूजनीय हो जाता है, उसी प्रकार आपको संघर्ष करते हुए ऊंचा पायदान हासिल करना है। प्रारंभिक तौर पर कोचिंग 15 दिनों के लिए राजीव गांधी नवोदय विद्यालय से शुरू की जा रही है। अगर यह प्रयोग सफल रहा तो इसे बड़े पैमाने पर पूरे प्रदेश में शुरू किया जाएगा।
कोचिंग में छात्राओं को गणित, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान के विषय विशेषज्ञ तैयारी करवाएंगे। छात्राओं के लिए न केवल रहने-खाने की व्यवस्था है, बल्कि पाठ्य सामाग्री भी उन्हें मुफ्त में दी जाएगी। शिक्षा सचिव डॉ. भूपेंद्र कौर औलख ने बताया कि सुपर-100 कार्यक्रम के लिए कुल 95 विकासखंडों से 95 बालिकाएं का चयन किया गया है।
साथ ही 05 बालिकाओं का चयन अनुसूचित जाति बहुल बागेश्वर, कालसी, चकराता, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर से किया गया है। कार्यक्रम का संचालन समग्र शिक्षा सहायक निदेशक प्रद्युमन सिंह रावत ने किया। इस अवसर पर शिक्षा निदेशक आरके कुंवर, निदेशक अकादमिक शोध सीमा जौनसारी, अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा वंदना गब्र्याल, अपर निदेशक बीरेंद्र सिंह रावत, संयुक्त निदेशक लीलाधर ब्यास, संयुक्त निदेशक एचपी विश्वकर्मा, उप निदेशक प्रदीप रावत, प्रधानाचार्य डॉ. संजीव सुंद्रियाल , सहायक निदेशक संजीव जोशी, डॉ. सोहन सिंह माजिला आदि लोग मौजूद रहे।
हाईस्कूल के अंकों के आधार पर चयन
कोचिंग का हिस्सा बनने के लिए छात्राओं का चयन उनकी हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा के अंकों के आधार पर किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी विकासखंड अधिकारी को सौंपी गई है। वह हर विकासखंड से वहां की एक मेधावी छात्रा का चयन करेंगे। 12वीं में अध्ययरत छात्राओं को इसमें शामिल किया गया है। इस दफा 74 छात्राएं प्रशिक्षण का हिस्सा बनी हैं। जबकि पंजीकरण आज भी जारी है। बालिकाओं के अभिभावकों का बोर्ड परीक्षा के दृष्टिगत आशंकित रहने, प्रतिकूल मौसम एवं स्वास्थ्य संबंधी कारणों से कुछ छात्राएं अभी तक उपस्थित नहीं हुई हैं।
छात्राओं को दिया फोन नंबर
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मैं स्वयं इस पूरे कार्यक्रम पर नजर रखूंगा। अपना फोन नंबर छोड़कर जा रहा हूं, अगर किसी भी छात्रा को कोई समस्या होती है तो वह सीधे उन्हें बताए। छात्राएं उन्हें अपना अभिभावक समझें।
साक्षात्कार के आधार पर शिक्षकों का चयन
कोचिंग के माध्यम से बालिकाओं को बेहतर विषयगत शिक्षण, मार्गदर्शन एवं जानकारी मिल सके, इसके लिए शिक्षकों का चयन विज्ञप्ति के माध्यम से आवेदन पत्र आमंत्रित करते हुए विषय विशेषज्ञों की समिति द्वारा लिए गए साक्षात्कार के आधार पर किया गया है। इसमें कोचिंग संस्थान वीआर क्लासेज के शिक्षक शामिल हैं।