गोपेश्वर। ऑल वेदर रोड योजना के तहत प्रस्तावित हेलंग-मारवाडी बाईपास निर्माण को लेकर जोशीमठ नगरवासियों को विरोध को देखते हुए बीआरओ ने योजना में बदलाव कर लिया है। अब बीआरओ ने हेलंग-मारवाडी बाईपास को वन वे बनाने की योजना पर कार्य शुरू कर दिया गया है। रविवार को जोशीमठ में ऑल वेदर रोड योजना के निर्माण को लेकर बीआरओ की ओर से चिंहीकरण कार्य शुरु कर दिया गया है। इससे जोशीमठ नगर के अस्तित्व को लेकर उठ रहे सवालों पर विराम लगाता नजर आ रहा है।
ऑल वेदर रोड योजना के तहत बीआरओ द्वारा बदरीनाथ हाईवे पर हेलंग-मारवाडी बाईपास हाईवे के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया था। जिससे जोशीमठ न पूरी तरह बदरीनाथ यात्रर्माग से अलग-थलग होने की बात कहते हुए नगरवासियों ने प्रस्ताव का विरोध किया जा रहा है। ऐसे में अब बीआरओ ने जन विरोध को देखते हुए रणनीति में बदलाव कर हेलंग-मारवाडी बाईपास को वन वे बनाते हुए। जोशीमठ नगर को भी वन वे हाईवे से जोडने की योजना तैयार की गई है। जिसके तहत रविवार से बीआरओ ने नगर में हाईवे के मध्य से दोनों ओर चार-चार मीटर का चिंहीकरण करने का कार्य शुरु कर दिया गया है। चिंहीकरण से जहां अब जोशीमठ नगर के यात्रा मार्ग से अलग-थलग होने की संभावनाओं पर विराम लगता नजर आ रहा हैं। वहीं हाईवे के चैडीकरण की जद में यहां दर्जनों आवासीय भवन और होटलों का चिंहीकरण नगवासियों के लिये परेशानी का सबब बन रहा है।
क्या कहते है बीआरओ के अधिकारी
जोशीमठ के नगरवासियों की मांग के बाद अब हेलंग-मारवाडी बाईपास को छह मीटर चैडाई में वन वे निर्माण की योजना तैयार की गई है। जबकि आठ मीटर चैडाई में जोशीमठ नगर में भी वन वे हाईवे निर्माण का चिंहीकरण कार्य किया जा रहा है। नगर में चिंहीकरण कर शीघ्र रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। जिसके बाद उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद यहां हाईवे का चैडीकरण कार्य शुरु कर दिया जाएगा।
एसएस मक्कर, कमांडर, बीआरओ।