मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी

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Pilgrims took holy dip on buddh purnima
Pilgrims

हरिद्वार। मौनी व सोमवती अमावस्या पर देश के कई प्रांतों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी समेत गंगा के विभिन्न घाटों में डुबकी लगा पुण्य अर्जित किया। घना कोहरा और हाड़ कंपाने वाली ठंड भी श्रद्धालुओं की आस्था का नहीं डिगा पाई। इस बार अद्भुत संयोग के साथ श्रद्धालुओं ने गंगा मेें डुबकी लगाई।
ज्योतिषाचाय पं. देवेंद्र शुक्ल के अनुसार 90 वर्षो बाद यह अमावस्या पड़ी है। इस खास मौके पर हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। हरकी पैड़ी सुबह चार बजे से ही श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा कर पुण्य और मोक्ष की कामना करते रहे। सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है। इसीलिए इस मौके पर गंगा स्नान करने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते है। मान्यता के अनुसार इस दिन गंगा में डूबकी लगाने में मनुष्य के सभी कष्ट दूर हो जाते है और सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। माना जाता है कि आज के दिन गंगा स्नान करने से अश्वमेघ यज्ञ के बराबर फल की प्राप्ति होती है। हरकी पैड़ी सहित विभिन्न घाटों पर गंगा स्नान सूर्योदय से पूर्व शुरू हो चुका था। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया और दान-पुण्य आदि कर्म किए। हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से हरकी पैड़ी समेत अन्य घाटों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे। चप्पे-चप्पे पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। इसी के साथ भीड़ के कारण शहर में जाम न लगे इसके लिए ट्रैफिक पुलिस हर जगह मुस्तैद दिखाई दी।
मेले में व्यवस्थाएं बना रखने के लिए सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 14 जोन व 38 सेक्टरों में बांटा गया था। भारी पुलिस बल के साथ जल पुलिस, डॉग स्क्वायड, एलआईयू, घोड़ा पुलिस के जवानों को भी तैनात किया गया था। स्नान के पश्चात लोगों ने अपने पितरों के निमित्त नारायणी शिला पहुंचकर श्राद्ध तर्पण, पिण्डदान व नारायण बलि आदि कर्म कर पितरों के मोक्ष की कामना की।