मुंबई, बालीवुड के किंग खान कहे जाने वाले शाहरुख खान को लेकर एक नया विवाद शुरु हो गया है। ये विवाद दिल्ली की जामिया मिलिया इस्मालिया यूनिवर्सिटी द्वारा डाक्टरेट की मानद उपाधि देने के प्रस्ताव को लेकर हुआ है, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया है।
ये मामला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि एक्टिंग की दुनिया में आने से पहले शाहरुख खान यहीं के स्टूडेंट रहे हैं। मुंबई में शाहरुख खान की टीम ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया और कहा कि इसे लेकर शाहरुख खान कुछ नहीं कहना चाहते हैं। केंद्र की वर्तमान सरकार के साथ शाहरुख खान के रिश्तों में सहजता नहीं मानी जाती, इसे भी मानव संसाधन मंत्रालय के रवैये की एक वजह माना जा रहा है। पूर्व में हैदराबाद से लेकर शाहरुख खान न्यूयार्क और लंदन तक की अलग अलग यूनिवर्सिटी बादशाह खान को सम्मानित कर चुकी हैं।
शाहरुख खान पुलवामा हमले की घटना के बाद भी उस समय विवाद में आ गए थे, जब एक पोस्ट में दावा किया गया कि उन्होंने पाकिस्तान को 45 करोड़ की मदद की। बाद में जांच करने पर इस पोस्ट को फर्जी पाया गया था। पिछले साल शाहरुख खान की फिल्म जीरो बाक्स आफिस पर असफल साबित हुई थी और उनकी नई फिल्म की घोषणा का इंतजार किया जा रहा है। पहले कहा जा रहा था कि वे भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा की जिंदगी पर बनने वाली बायोपिक फिल्म ‘सारे जहां से अच्छा में काम करेंगे,’ लेकिन बाद में कहा गया कि शाहरुख खान ने इस फिल्म से खुद को अलग कर लिया।
इस वक्त शाहरुख खान की कंपनी रेड चिल्ली द्वारा बनाई गई फिल्म बदला मीडिया में चर्चित है। सुजाय घोष के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू मुख्य भूमिकाओं में हैं और चर्चा है कि शाहरुख खान ने इसमें मेहमान रोल किया है।